MP पुलिस भर्ती में घोटाले की लपटें! CBI जांच पर तकरार, CM सख्त.

Flames of Scam in MP Police Recruitment! Dispute Over CBI Probe, CM Turns Strict
Kamlesh, Editor Desk, Bhopal, MP Samwad.
Massive scam surfaces in MP Police Constable Recruitment 2023. FIRs lodged against 22 candidates across 9 districts. HQ denies CBI probe, while CM Mohan Yadav demands strict action. Forgery through Aadhaar manipulation exposed. Investigations underway with tight monitoring from the selection branch.
MP संवाद, भोपाल, पुलिस कांस्टेबल भर्ती फर्जीवाड़ा मामले में एमपी पुलिस मुख्यालय ने अहम जानकारियाँ साझा की हैं। शनिवार को एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी लॉ एंड ऑर्डर अंशुमान सिंह ने बताया कि अब तक इस मामले में कुल 21 मामलों में 22 उम्मीदवारों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
इनमें मुरैना में 7, शिवपुरी में 6, श्योपुर में 2, जबकि इंदौर, दतिया, ग्वालियर, अलीराजपुर, राजगढ़ और शहडोल में एक-एक मामला दर्ज हुआ है। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में सीबीआई जांच की कोई आवश्यकता नहीं है।
ये लोग बने आरोपी:
आईजी अंशुमान सिंह ने बताया कि फर्जीवाड़े में आधार कार्ड वेंडर और सॉल्वर को आरोपी बनाया गया है। एक व्यक्ति ने एक से अधिक उम्मीदवारों के लिए सॉल्वर का काम किया। जॉइनिंग के लिए आने वाले उम्मीदवारों की गहन जांच की जा रही है। अब तक किसी भी सरकारी विभाग या कर्मचारी की संलिप्तता सामने नहीं आई है।
उन्होंने कहा कि फर्जीवाड़ा आधार कार्ड में बदलाव कर किया गया था और चयन शाखा की जांच में इसका खुलासा हुआ। मुख्यमंत्री के निर्देश पर गंभीरता से मामले की जांच जारी है।
CBI और SIT से इनकार:
आईजी ने स्पष्ट किया कि सीबीआई या एसआईटी जांच की आवश्यकता नहीं है। पुलिस की सजगता के कारण ही यह घोटाला पकड़ा गया है। चयन शाखा प्रतिदिन इस जांच की मॉनिटरिंग कर रही है।
सीएम का ट्वीट:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ट्वीट कर कहा, “मामला बेहद गंभीर है। एमपी में इस प्रकार की धांधली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सफल अभ्यर्थियों की भी जांच की जाएगी।”
क्या है पूरा मामला?
एमपी पुलिस आरक्षक जीडी और रेडियो के पदों को भरने के लिए 2023 में ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसमें 6,52,057 अभ्यर्थी शामिल हुए। लिखित परीक्षा में सफल 55,220 अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा 16 अक्टूबर से 20 नवंबर के बीच संपन्न हुई। अंतिम रूप से 6423 अभ्यर्थियों का चयन हुआ, जिनमें 5090 पुरुष और 1333 महिलाएं शामिल थीं। इसी चयन प्रक्रिया में फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा हुआ है।