पीएम आवास बना रसूखदारों का बंगला, गरीब अब भी बेघर!


PM Housing Scheme Turned Into Mansions for the Influential, While the Poor Remain Homeless!
Special Correspondent, Mandla, MP Samwad.
Influential people with big houses and vehicles are enjoying benefits of PM Awas Yojana, while truly poor citizens still wander for approvals. Corruption and favoritism in panchayats have deprived the needy of rightful housing. Villagers live in crumbling shelters, risking lives due to administrative apathy.
MP संवाद मंडला, नैनपुर: सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत इस उम्मीद से की थी कि 2022 तक हर गरीब को पक्की छत मिल सके। लेकिन हकीकत में आज भी पात्र गरीब इस योजना का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, जबकि अमीर और प्रभावशाली लोग इसका फायदा उठा रहे हैं।
ग्राम पंचायतों में ऐसे लोग भी लाभार्थी बने हुए हैं जिनके पास बड़ी ज़मीनें, निजी स्कूल, चारपहिया वाहन, और स्थायी नौकरियाँ हैं। कई रसूखदार लोग एक ही मकान में रहकर भी अलग-अलग राशन कार्ड बनवा चुके हैं, जिससे एक ही परिवार के कई सदस्य योजना का लाभ ले रहे हैं।
वहीं, असली गरीब जिनके घर बारिश में टपकते हैं, जिनके मकान कभी भी गिर सकते हैं, आज भी इंतज़ार में हैं। ग्राम पंचायत और अधिकारियों की मिलीभगत से इन्हें योजना से वंचित रखा गया है। शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सरपंच प्रदीप मरकाम का कहना है कि जरूरतमंदों के नाम सूची में शामिल हैं और जल्द ही उन्हें लाभ मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि उनके कार्यकाल में 300 लोगों का पंजीयन हुआ, जिनमें से अब तक 100 प्रधानमंत्री आवास बन चुके हैं।
ग्रामीणों की शिकायत है कि पंचायत बार-बार कहने के बावजूद भी जर्जर मकानों पर ध्यान नहीं दे रही। मजबूरी में लोग इन खतरनाक मकानों में रह रहे हैं, जिनके गिरने की आशंका लगातार बनी हुई है। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है।