भ्रष्टाचार की नींव पर खड़ा 84 लाख का पुल – बारिश आते ही बैठ गया दम.


An 8.4 Million Rupee Bridge Built on the Foundation of Corruption – Collapsed with the First Rain.
Special Correspondent, Harda, MP Samwad.
An 8.4 million rupee bridge in Harda collapsed within just 1.5 years of construction. Built on corruption, the bridge failed in the first rains, cutting off 100 villages from Harda district. Locals demand strict action against the Department and responsible officials for this dangerous negligence.
MP संवाद, हरदा जिले में रोलगांव के पास हरदा–सिराली मुख्य मार्ग पर सेतु विभाग द्वारा लगभग 84 लाख रुपये की लागत से बनाया गया वैकल्पिक पुल डेढ़ साल भी नहीं टिक पाया। बरसात की शुरुआत में ही पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर ध्वस्त हो गया।
100 गांवों का जीवन संकट में
यह पुल सिराली से हरदा जिला मुख्यालय तक जोड़ने वाला एकमात्र मुख्य मार्ग है। इसके टूटने से सिराली क्षेत्र के 100 से अधिक गांवों का संपर्क हरदा से कटने की स्थिति बन गई है। ग्रामीणों की आवाजाही, शिक्षा, स्वास्थ्य और आपूर्ति व्यवस्था पर सीधा असर पड़ रहा है।
भ्रष्टाचार पर उठे सवाल
क्षेत्रीय विधायक अभिजीत शाह मौके पर पहुंचे और निरीक्षण किया। लेकिन सवाल यह है कि 84 लाख खर्च करने के बावजूद पुल पहली ही बारिश नहीं झेल सका। ग्रामीणों का आरोप है कि पुल निर्माण में भारी भ्रष्टाचार हुआ और टूटे हिस्से को बड़े पत्थरों से ढककर लीपापोती की गई थी।
बारिश का बहाव और पुल की पोल
नदी में पानी आते ही पुल का एक हिस्सा 6 से 7 फीट तक कटकर अंदर धंस गया। यह साफ करता है कि काम की गुणवत्ता बेहद घटिया रही। अब ग्रामीण और जनप्रतिनिधि सेतु विभाग और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।