बिना डिग्री, बिना डर! खुला था मौत का क्लीनिक, प्रशासन ने किया सील.


Without a Degree, Without Fear! A ‘Clinic of Death’ Was Running—Sealed by the Administration.
Special Correspondent, Chhatarpur, MP Samwad.
In Chhatarpur, unauthorized clinics and fake doctors were exposed during a special drive. Lacking valid degrees and licenses, multiple clinics were sealed by the administration. The crackdown created panic among illegal operators, especially in rural areas like Ishanagar. Officials confirmed that legal action has begun under health and administrative norms.
छतरपुर में बिना डिग्री और लाइसेंस चल रहे फर्जी क्लीनिकों पर प्रशासन ने कार्रवाई की। जांच में वैध दस्तावेज नहीं मिलने पर कई क्लीनिक सील किए गए। ईशानगर सहित ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
MP संवाद, छतरपुर जिला प्रशासन ने विशेष अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान बिना लाइसेंस और बिना डिग्री के क्लीनिक चला रहे लोगों की जांच की गई। दस्तावेज नहीं मिलने पर तत्काल कार्रवाई करते हुए कई क्लीनिक सील किए गए।
शिकायत पर कलेक्टर ने दिए निर्देश
जानकारी के अनुसार, ग्रामीणों ने बीते दिन कलेक्टर पार्थ जायसवाल से इस मामले की शिकायत की थी। कलेक्टर ने कड़े निर्देश जारी करते हुए फर्जी हॉस्पिटल और मुन्ना भाइयों पर कार्रवाई करने के लिए विशेष अभियान चलाने के आदेश दिए। इसके तहत एक विशेष टीम गठित की गई।
नौगांव, हरपालपुर, बक्सवाहा में कार्रवाई
कार्रवाई के दौरान नौगांव, हरपालपुर और बक्सवाहा सहित छतरपुर शहर में भी कई क्लीनिकों को सील किया गया। छतरपुर SDM अखिल राठौर को सूचना मिली थी कि ईशानगर जैसे ग्रामीण इलाके में बिना डिग्री और लाइसेंस के एक छोटा हॉस्पिटल संचालित किया जा रहा है।
रंगे हाथों पकड़े गए मुन्ना भाई
सूचना पर SDM, तहसीलदार, पटवारी और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मरीजों का इलाज करते फर्जी डॉक्टर को रंगे हाथों पकड़ लिया। दस्तावेज मांगने पर क्लीनिक संचालक कोई भी वैध प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सके। इसके बाद मौके पर ही क्लीनिक को सील कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू की गई।