Notice issued to negligent officials PIU, Engineer, including the Director, Deputy Engineer, and other officers, regarding careless conduct.
Special Correspondent, Sahara Samachaar, Katni.
कटनी। जिले में सुशासन के माध्यम से आमजन को संवेदनशील, जनोान्मुखी और जवाबदेह प्रशासन मुहैया कराने संकल्पित कलेक्टर अवि प्रसाद अपने भ्रमण और निरीक्षण के दौरान विकास एवं निर्माण कार्याे की गुणवत्ता पर खास नजर रखते है। वहीं जनाकांक्षाओं के विषयों पर पैनी निगाह रखते हुए जन के लिए तंत्र को समर्पित भाव से कार्य करने हेतु प्रेरित करते है। वहीं प्रशासनिक कसावट के नजरिये से लापरवाह कर्मियों को कार्याे के प्रति सचेत और सतर्क करने समय-समय पर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जाती है। तभी तो निर्माण कार्याे की गुणवत्ता और स्कूल में आधार पुस्तक और पाठ्य पुस्तकें वितरित नहीं करने सहित छात्रावास से अधीक्षक की अनुपस्थिति जैसे मामलों पर 8 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिसमें 6 पी.आई.यू के इंजीनियर, एक प्राचार्य और एक छात्रावास अधीक्षक शामिल है।
जिले के ढीमरखेडा तहसील मे नवनिर्मित भवन शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा, सिलौड़ी एवं उमरियापान मे महाविद्यालय भवन का निर्माण 2021-22 में किया गया था। भवन अधिग्रहण पश्चात भवन कई जगह से क्षतिग्रस्त हाने संबंधी शिकायत प्राप्त होने पर कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए नव निर्मित भवनों के निर्माण कार्य एवं गुणवत्ता हेतु जांच समिति गठित कर अविलंब रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने निर्माण कार्य से जुड़ी सभी एजेंसियों को दो टूक कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कहीं भी गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य पाया जाता है तो ऐसे में संबंधित अधिकारी और ठेकेदार कड़ी कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
ढीमरखेडा तहसील मे नवनिर्मित भवन शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा, सिलौड़ी एवं उमरियापान मे महाविद्यालय के नव निर्मित भवनों के निर्माण कार्य एवं गुणवत्ता की जांच हेतु गठित जांच समिति द्वारा महाविद्यालय के निर्माण कार्य एवं गुणवत्ता मे कमियां पाये जाने पर कलेक्टर प्रसाद द्वारा लोक निर्माण विभाग कटनी परियोजना यंत्री डी.के.मिश्रा, यशवराम अवढारिया, संभागीय परियोजना यंत्री आलोक कुमार श्रीवास्तव, के.पी.कुजूर सहित एम.के. द्विवेदी को निर्माण कार्याे में लापरवाही करने पर कारण बताओ नोटिस जारी जारी कर 7 दिवस मे समक्ष में उपस्थित होकर सकारण जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है।