logo mp

BJD, BRS और SAD के बहिष्कार से विपक्ष को करारा झटका, NDA हुआ मज़बूत.

0
BJD BRS SAD boycott boosts NDA ahead of Vice President election 2025 – mpsamwad.com

Opposition Faces Major Setback as BJD, BRS and SAD Boycott; NDA Strengthened.

Harishankar Parashar, Special Correspondent, Bhopal, MP Samwad.

In a dramatic twist before the Vice Presidential polls, BJD, BRS, and SAD announced their boycott, reducing opposition votes and boosting NDA’s chances. With NDA holding a strong majority and regional parties stepping aside, the contest between C.P. Radhakrishnan and B. Sudarshan Reddy has tilted heavily in BJP’s favor.

MP संवाद, भोपाल, 8 सितंबर 2025। उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले राजनीतिक समीकरणों में बड़ा उलटफेर हुआ। NDA उम्मीदवार महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन और विपक्षी इंडिया गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबले को लेकर तस्वीर बदल गई है।

क्षेत्रीय दलों के बहिष्कार से विपक्ष को झटका

ओडिशा की बीजू जनता दल (BJD), तेलंगाना की भारत राष्ट्र समिति (BRS) और पंजाब की शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने मतदान से दूरी बनाने का फैसला किया।

  • BJD ने कहा कि वह NDA और इंडिया गठबंधन दोनों से समान दूरी बनाए रखेगी।
  • BRS ने यूरिया संकट और किसानों की नाराजगी को बहिष्कार का कारण बताया।
  • SAD ने पंजाब में बाढ़ की स्थिति का हवाला देकर मतदान में हिस्सा न लेने की घोषणा की।

इन तीन दलों के बहिष्कार से 12 सांसद वोट नहीं देंगे, जिससे विपक्ष की ताकत कमजोर हुई और NDA को अप्रत्यक्ष फायदा मिला।

चुनावी गणित अब किसके पक्ष में?

  • कुल 788 सांसदों का निर्वाचन मंडल है, लेकिन बहिष्कार के चलते अब वास्तविक वोटर 776 रह गए।
  • जीत के लिए बहुमत अब 389 वोट पर आ गया है।
  • NDA के पास 425 सांसद हैं और YSRCP जैसे सहयोगी दलों के साथ यह संख्या 439 तक पहुंच सकती है।
  • विपक्षी इंडिया गठबंधन के पास करीब 324 सांसद हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि बहिष्कार का सीधा फायदा NDA को मिला है, लेकिन गुप्त मतदान की वजह से क्रॉस-वोटिंग की आशंका बनी हुई है।

विपक्ष के लिए बड़ा झटका

BRS ने 2022 में मार्गरेट अल्वा को समर्थन दिया था, लेकिन इस बार पार्टी ने केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए वोट न देने का फैसला किया। वहीं, BJD का रुख हाल ही में वक्फ संशोधन विधेयक पर उनके विवादित वोटिंग से जुड़ा माना जा रहा है।

उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि

  • सी.पी. राधाकृष्णन (NDA उम्मीदवार): तमिलनाडु से दो बार सांसद, RSS से जुड़ाव, महाराष्ट्र और कई राज्यों के राज्यपाल रह चुके हैं।
  • बी. सुदर्शन रेड्डी (विपक्षी उम्मीदवार): आंध्र प्रदेश से पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज, इंडिया गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी, जिन्होंने सांसदों से पार्टी लाइन से ऊपर उठकर मतदान की अपील की है।

कौन होगा अगला उपराष्ट्रपति?

तीन दलों के बहिष्कार ने NDA को बढ़त दिला दी है। अब मुकाबला सख्त जरूर है, लेकिन आंकड़े सी.पी. राधाकृष्णन की जीत की ओर इशारा कर रहे हैं। विपक्ष इसे “संविधान बनाम RSS-BJP की लड़ाई” बता रहा है, जबकि NDA इसे लोकतंत्र की मजबूती बता रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

All Rights Reserved for MP Samwad 9713294996 | CoverNews by AF themes.