IAS कौन होता है! – सागर में अधिकारी की जुबान बिगड़ी, कमिश्नर ने किया सस्पेंशन.


Who is an IAS?” – Officer’s Tongue Slips in Sagar, Commissioner Orders Suspension.
Special Correspondent, Sagar, MP Samwad.
A viral video from Sagar shows PHE officer Hemant Kashyap abusing the Collector and CEO using foul language. The video triggered outrage, prompting Commissioner Virendra Singh Rawat to suspend the officer with immediate effect. The act violated civil conduct rules, raising serious questions about discipline in government service.
MP संवाद, सागर। जिले में एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। वीडियो में सार्वजनिक स्वास्थ्य यांत्रिकी (PHE) विभाग में पदस्थ अधिकारी हेमंत कश्यप कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ के खिलाफ अभद्र भाषा और गालियों का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं।
इस अमर्यादित और आपत्तिजनक व्यवहार पर सागर के संभागायुक्त (कमिश्नर) वीरेंद्र सिंह रावत ने तत्काल सख्त कार्रवाई करते हुए हेमंत कश्यप को निलंबित कर दिया है।
⚖️ सिविल सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन
यह कार्रवाई मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियमों के तहत की गई है। कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति इस प्रकार की भाषा और व्यवहार पूर्णतः अनुशासनहीन और आचरण संहिता का घोर उल्लंघन है।
🗣️ “IAS की कोई औकात नहीं” – वीडियो में रसूख दिखाते नजर आए कश्यप
वायरल वीडियो में हेमंत कश्यप खुद को प्रभावशाली व्यक्ति बताते हुए कहते हैं कि वे कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ताश खेल चुके हैं और किसी भी IAS अधिकारी की उनके सामने कोई “हैसियत नहीं” है।
📢 जनता और संगठनों ने की तीखी निंदा
वीडियो सामने आने के बाद न सिर्फ प्रशासनिक साख पर सवाल उठे, बल्कि सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों ने भी इस व्यवहार की तीखी निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
🛡️ कमिश्नर की सख्ती से गया सख्त संदेश
कमिश्नर वीरेंद्र सिंह रावत की कार्रवाई को प्रशासन में अनुशासन और गरिमा बनाए रखने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। यह घटना यह संदेश देती है कि कोई भी अधिकारी कानून, मर्यादा और शिष्टाचार से ऊपर नहीं है।