सार्थक ऐप, निरर्थक टीचर्स! सागर कॉलेज में फर्जी हाजिरी का खेल.


Sarthak App, Useless Teachers! Fake Attendance Scam Exposed in Sagar College.
Special Correspondent, Sagar, MP Samwad.
SAGAR COLLEGE SCANDAL: 6 guest teachers caught faking attendance via Sarthak App to draw salaries illegally. Higher Education Department terminates services after probe exposes year-long fraud. Principal’s negligence also revealed. Shocking misuse of digital system!
MP संवाद, सागर: सरकारी कॉलेज के 6 गेस्ट टीचर्स की “सार्थक ऐप से फर्जीवाड़ा” पकड़ा गया! उच्च शिक्षा विभाग ने फर्जी हाजिरी देकर वेतन लूटने वाले इन अतिथि विद्वानों को बर्खास्त कर दिया है।
रहली के शासकीय महाविद्यालय में यह ऐप-आधारित धोखाधड़ी लंबे समय से चल रही थी। अप्रैल में ही विभाग ने कार्रवाई के आदेश दिए थे, लेकिन प्रशासन ने नजरअंदाज किया। जांच में पता चला कि डॉ. मैत्री मोहन वेन, डॉ. राजू सेन समेत 6 शिक्षक बिना कॉलेज आए ऐप पर उपस्थिति दर्ज कराते थे!
प्राचार्य की लापरवाही भी उजड़ी
पूर्व प्राचार्य ने शिकायतों पर कोई एक्शन नहीं लिया, जबकि ऐप प्रभारी डॉ. माधुरी सिंह ने विभाग को सच बताया। अब नई प्राचार्य डॉ. रूचि राठौर ने सभी को सस्पेंड कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, लिपिकीय स्टाफ और कंप्यूटर ऑपरेटर की भी संलिप्तता संदिग्ध है।
24 जुलाई 2024 से प्रदेश भर में सार्थक ऐप पर हाजिरी अनिवार्य है, लेकिन इन शिक्षकों ने सिस्टम को ही चुनौती दे डाली। विभाग ने साफ किया है—“अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं!”