Police apprehended an individual involved in the temporary warrant related to drug transportation in Vijayaraghavgarh.
Special Correspondent, Sahara Samachaar, Katni.
कटनी। विजयराघवगढ़ आरोपी 6 साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा जिसे न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के निर्देशन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज केडिया एवं एसडीओपी के.पी. सिंह के मार्गदर्शन में विजयराघवगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक अनूप सिंह ठाकुर द्वारा गठित टीम ने आरोपी को कैमोर से गिरफ्तार किया है।
थाना प्रभारी द्वारा बताया गया कि वर्ष 2017 में कटनी के बरगवां निवासी पवन कोल पिता चमन कोल उम्र 25 साल को पकड़ा था जो दो पहिया वाहन से गांजा का परिवहन कर रहा था। आरोपी के कब्जे से एक किलो सात सौ पचास ग्राम गांजा बरामद करने के साथ ही उसे न्यायालय में पेश किया गया था जिसके आद आरोपी जेल चला गया था। जमानत से रिहा होने के बाद आरोपी पेशी में नहीं जा रहा था जिसके कारण न्यायालय द्वारा उसकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया गया था। फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस द्वारा कई बार प्रयास किये गये लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी। विजयराघवगढ़ पुलिस ने पुनः लगातार प्रयास करते हुए अपने मुखबिर तंत्र को मजबूत किया और फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए थाना प्रभारी निरीक्षक अनूप सिंह ठाकुर के नेतृत्व में प्रधान आरक्षक प्रेमशंकर पटेल, हरिओम सिंह, श्याम कोल, विनोद एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पदस्थ प्रधान आरक्षक प्रशान्त विश्वकर्मा की टीम को लगाया गया। पुलिस की टीम द्वारा हर सम्भावित स्थानों में छापामारी की गई किन्तु सफलता नहीं मिली। इसी बीच तकनीकी एवं स्थानीय मुखबिर तंत्र से सम्पर्क करने पर सूचना मिली कि आरोपी कैमोर में छिपा है। पुलिस ने जब दबिश दी तो आरोपी कैमोर में ही खेत में बनी झोपड़ी में छिपा बैठा था जो पुलिस को देखकर भागने का प्रयास करने लगा लेकिन पुलिस ने घेराबंदी करके उसे पकड़ लिया और आवश्यक कार्रवाई उपरांत उसे न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।