पुल अटका, भविष्य लटका! नरसिंहपुर में सात साल से इंतज़ार.


Bridge Stuck, Future Struck! Seven Years of Waiting in Narsinghpur.
Special Correspondent, Narsinghpur, MP Samwad.
The bridge over Shakkar River between Jaitari and Imaliya remains incomplete after seven years. Girls’ education is at risk, and crossing the river during monsoon is dangerous. While 70% of the funds are spent, the work awaits “extension approval.” Villagers suffer in silence amid contractor negligence and administrative inaction.
MP संवाद, नरसिंहपुर। जिले के तेंदूखेड़ा विधानसभा अंतर्गत जैथारी और इमलिया गांव के बीच शक्कर नदी पर बना रहा पुल बीते सात वर्षों से अधूरा पड़ा है। यह पुल दोनों गांवों को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही और ठेकेदार की मनमानी ने ग्रामीणों को आज भी परेशानी में डाल रखा है।
2018 में शुरू हुआ निर्माण, जो 2020 तक पूरा होना था, 2025 में भी अधूरा है। ग्रामीणों के अनुसार, यह पुल न बनने से सबसे ज्यादा असर गांव की बेटियों की शिक्षा पर पड़ा है। बरसात में नदी उफान पर रहती है, स्कूल जाने वाली बच्चियों को जान जोखिम में डालनी पड़ती है। परिजन बच्चों को स्कूल भेजने से डरते हैं।
📌 सिर्फ बजट बढ़ रहा, काम अधूरा
पुल का 70% काम तो 2020 से पहले ही पूरा बताया गया, लेकिन शेष कार्य अब नदी में कटाव और नई DPR (बजट बढ़ाने) के नाम पर अटका हुआ है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अफसर कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचते हैं, लेकिन ऑफ रिकॉर्ड स्वीकार करते हैं कि अब पुल के “एक्सटेंशन” का इंतजार किया जा रहा है।
लिहाजा सवाल उठता है —
क्या यह सिर्फ लापरवाही है या फिर भ्रष्ट तंत्र और ठेकेदारों की साजिश, जिसका खामियाजा गांव की बेटियां और गरीब परिवार भुगत रहे हैं?

