250% बढ़े मरीज: डॉक्टरों ने दी चेतावनी और बचाव के टिप्स.


Patients Increased by 250%: Doctors Issued Warning, Hospitals Overcrowded with Respiratory Cases.
Special Correspondent, Bhopal, MP Samwad.
Respiratory illnesses surge by 250% during monsoon due to humidity, infections, and allergens. Doctors warn of rising asthma, COPD, pneumonia, and bronchitis cases, urging people to stay hydrated, boost immunity, and wear protective masks. Hospitals witness overcrowding with patients struggling for treatment amid increasing seasonal health risks.
MP संवाद, भोपाल, बरसात और उमस भरे मौसम ने स्वास्थ्य पर गहरा असर डाला है। पल्मोनोलॉजिस्ट के अनुसार, अस्थमा, सीओपीडी, निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और एलर्जिक राइनाइटिस जैसी बीमारियों में लगभग 250% (दोगुने से भी अधिक) की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अस्पतालों और पल्मोनोलॉजी क्लीनिकों में मरीजों की भीड़ लगातार बढ़ रही है।
बढ़ी आर्द्रता और संक्रमण का खतरा
डॉक्टरों का कहना है कि बरसात की बढ़ी आर्द्रता, वायरस और बैक्टीरिया का प्रसार, फफूंद और धूल के कण श्वसन रोगों की बड़ी वजह बन रहे हैं। सीलन और उमस के कारण पहले से बीमार मरीजों के लिए सांस लेना और मुश्किल हो गया है।
डॉक्टरों की चेतावनी
पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. प्रियनाथ अग्रवाल ने बताया कि बारिश में भीगने और नमी भरे वातावरण से मरीजों को अधिक दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा, “इस मौसम में अस्थमा और सीओपीडी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सांस लेने में कठिनाई और वायुमार्ग में सूजन अब आम समस्या बन गई है।”
बचाव के उपाय
विशेषज्ञों ने लोगों को गर्म तरल पदार्थों से हाइड्रेटेड रहने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए संतुलित आहार लेने और बाहर निकलते समय मास्क और सुरक्षात्मक कपड़े पहनने की सलाह दी है। इन सावधानियों से मानसून में होने वाली श्वसन समस्याओं का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है।