भूख पर हावी भ्रष्टाचार – मिड डे मील का हाल बेहाल.


Corruption Overshadows Hunger – Mid-Day Meal in Shambles.
Mohan Nayak, Special Correspondent, Katni, MP Samwad.
The Mid-Day Meal scheme in Katni’s Jamuniya school exposes shocking negligence. Children threw away food for poor quality, while stray dogs consumed it. Despite repeated complaints, authorities remain indifferent. Administrative apathy and corruption continue to overshadow children’s right to safe and nutritious meals, raising serious concerns about accountability in education.
MP संवाद, कटनी जिले के रीठी जनपद शिक्षा केंद्र अंतर्गत शासकीय माध्यमिक शाला जमुनिया में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत मिलने वाले मिड डे मील में गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। स्कूल प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के चलते बच्चों के पोषण आहार पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
बच्चों के साथ कुत्तों का ‘भोजन साझा’
बुधवार को बच्चों को परोसा गया मिड डे मील न तो मेनू अनुसार था और न ही खाने योग्य। निराश बच्चों ने भोजन थाली सहित फेंक दिया। मौके पर घूम रहे आवारा कुत्ते उसी थाली से भोजन चाटते रहे। यह नजारा बच्चों और शिक्षकों की मौजूदगी में देखने को मिला, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने आंखें मूंद लीं।
खतरे में बच्चों की सुरक्षा
मिड डे मील परोसते वक्त स्कूल परिसर में आवारा कुत्तों की मौजूदगी बच्चों के लिए बड़ा खतरा है। कभी भी हमला कर बच्चे घायल हो सकते हैं। यह स्थिति न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है बल्कि बच्चों की जान और स्वास्थ्य से खिलवाड़ भी है।
वर्षों से बनी हुई समस्या
मिड डे मील योजना में गड़बड़ियों और अव्यवस्थाओं की शिकायतें लगातार सामने आती रही हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी सुधार करने में पूरी तरह नाकाम साबित हुए हैं। लापरवाह रवैया और भ्रष्टाचार इस योजना के उद्देश्य को पूरी तरह खोखला कर रहा है।
अब देखना होगा कार्रवाई या औपचारिकता
स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग की इस घोर लापरवाही पर अब सवाल यह है कि क्या उच्च अधिकारी कड़ी कार्रवाई करेंगे या फिर बच्चों का मिड डे मील इसी तरह कुत्तों के साथ बंटता रहेगा।