जंगल में मोर नहीं, घोटाला गर्जना! मंडला वन विभाग का 31 लाख का सड़क घपला.


No peacocks in this jungle, just corruption roaring! Mandla Forest Dept’s ₹31 lakh road scam exposed.
Special Correspondent, Mandla, MP Samwad.
MANDLA FOREST SCAM EXPOSED! ₹31L approved for 1km road, only 150m built. Tribal villagers allege fund embezzlement by forest committee heads with officials’ complicity. Shockingly, members forced to pay ₹100 each while promised ₹5000 benefits never came. Victims demand probe into this jungle of corruption!
MP संवाद, मंडला। वन विभाग की कार्यप्रणाली एक बार फिर आरोपों के घेरे में है। मोतीनाला परिक्षेत्र के घुरघुटी एवं घोरेघाट वनग्राम के लोगों ने कलेक्टर को शिकायत पत्र देकर बड़ा घोटाला उजागर किया है।
घोटाले के मुख्य आरोप:
🔴 31 लाख रुपये की धांधली:
- 1 किमी ग्रेवल रोड का प्रस्ताव था, पर सिर्फ 150 मीटर बनी
- 700 मीटर की दूसरी सड़क योजना कागजों तक सीमित
🔴 वन समिति की मिलीभगत:
- अध्यक्ष भगत सिंह धुर्वे (घुरघुटी) व बुधसिंह सैयाम (घोरेघाट) पर आरोप
- बीट गार्ड तारेंद्र राय द्वारा प्रत्येक सदस्य से 100 रुपये वसूली
🔴 शासन की योजनाओं का गबन:
- सदस्यों के खाते में 5000 रुपये नहीं डाले गए
- खेत तालाब, सीसी रोड जैसी योजनाओं का लाभ नहीं
पीड़ितों पर दबाव:
11 जून को बीट गार्ड ने ग्रामीणों से शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया। ग्रामीणों ने तत्काल जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है।
वन विभाग का बचाव:
रेंजर अभय पांडे (मोतीनाला) का कहना है – “बिना जांच के कुछ नहीं कह सकते।”