कागज़ों में पौष्टिकता, जमीन पर लापरवाही — मातृत्व सुरक्षा योजना की हकीकत.


Nutrition on paper, negligence on ground — the reality of the Maternity Safety Scheme.
Special Correspondent, Maihar, MP Samwad.
In Maihar, the Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan exposes shocking irregularities. Pregnant women entitled to ₹50 nutritious meals are given only poor-quality food worth ₹15. Allegations of contractor-official nexus highlight deep-rooted corruption. The negligence not only cheats beneficiaries but also puts maternal and child health at serious risk.
MP संवाद, मैहर, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को 50 रुपये मूल्य का पौष्टिक आहार मिलना चाहिए, लेकिन मैहर में अस्पतालों में सिर्फ 15 रुपये की घटिया सामग्री दी जा रही है। दूध, फल, ब्रेड-जैम और बिस्कुट की जगह सस्ती, बेस्वाद चीजें बाँटी जा रही हैं।
ठेकेदार-अधिकारी गठजोड़ के आरोप
इस योजना का ठेका मेसर्स शिवाय एसोसिएट, सतना को दिया गया था। आरोप है कि ठेकेदार ने अधिकारियों से सांठगांठ कर करोड़ों की योजना को मुनाफाखोरी का जरिया बना लिया। इसका सीधा नुकसान गर्भवती महिलाओं को उठाना पड़ रहा है, जिनके लिए यह योजना चलाई गई थी।
अस्पताल प्रभारी ने भी मानी गड़बड़ी
मैहर सिविल अस्पताल में मामला सामने आने के बाद प्रभारी ने भी स्वीकार किया कि दिए जा रहे स्वल्पाहार की गुणवत्ता बेहद खराब है। जिले के अन्य अस्पतालों में भी यही स्थिति है। महिलाएँ कह रही हैं कि योजनाएँ केवल कागज़ों पर हैं, जमीनी स्तर पर उन्हें कुछ नहीं मिल रहा। यह लापरवाही माँ और शिशु, दोनों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा है।