खेती के नाम पर ठगी! कटनी से उमरिया तक फैला नकली बीज घोटाला.


Fraud in the Name of Farming! Fake Seed Scam Spreads from Katni to Umaria.
Mohan Nayak, Special Correspondent, Katni, MP Samwad.
A fake seed scam involving counterfeit Arize 6444 has rocked Madhya Pradesh. Seeds sold without licenses led to zero germination in Umaria. An FIR was filed in Katni against the supplier under Copyright and Trademark Acts. Farmers suffered losses while authorities probe deeper into the cross-district fraud.
MP संवाद, कटनी: ग्राम जोबीकला निवासी सुरेंद्र रजक के विरुद्ध बिना विक्रय प्राधिकार पत्र एवं नकली बीज बेचने के आरोप में कुठला पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। उनके खिलाफ यह मामला कॉपीराइट अधिनियम और ट्रेडमार्क अधिनियम के तहत दर्ज हुआ है।
यह एफआईआर बायर क्रॉपसाइंस कंपनी की ओर से ट्रू बडी कंसल्टिंग प्रा. लि., नोएडा के सहायक प्रबंधक प्रेम शर्मा द्वारा कराई गई है। शर्मा ने किसानों से लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई।
शिकायत में बताया गया कि सोनू कटियार नामक व्यक्ति, जिसके पास कोई वैध लाइसेंस नहीं है, अराइज 6444 प्लस के नाम पर नकली बीजों का अवैध वितरण कर रहा था। उसने यह बीज सुरेंद्र रजक को आपूर्ति किए, जो अपने घर से “श्रेया खाद भंडार” नाम से बीज बेच रहे थे, जबकि उनके पास भी वैध खुदरा लाइसेंस नहीं है।
रजक ने यह नकली बीज उमरिया जिले की मानपुर तहसील के पड़खुरी गांव में किसानों को अग्रिम भुगतान लेकर बेचे। बुवाई के बाद शून्य अंकुरण की शिकायतें मिलने पर किसानों ने संबंधित कंपनी से संपर्क किया।
खेतों में सत्यापन और बचे हुए बीज पैकेटों की जांच के बाद बायर की टीम ने पाया कि आपूर्ति की गई सामग्री कंपनी का प्रामाणिक उत्पाद नहीं थी। इस आधार पर पुलिस ने सुरेंद्र रजक के विरुद्ध कॉपीराइट अधिनियम 1957 की धारा 63 व 65, तथा ट्रेडमार्क अधिनियम 1999 की धारा 103 व 104 के अंतर्गत मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।