

Jiwaji University under fire for allotting exam centers to private colleges with a history of mass cheating, sparking student protests.
Despite cheating allegations, Jiwaji University has again allotted examination centers.
Malkhan Singh Parmar, Special Correspondent, Morena, MP Samwad.
Jiwaji University faces backlash for allotting exam centers to private colleges previously accused of mass cheating. Despite past controversies, the administration has again designated these institutions as examination centers, sparking protests from students and committee members. Allegations of mismanagement continue to raise concerns about fair examination practices.
ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में परीक्षा केंद्रों के निर्धारण को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। विश्वविद्यालय ने फिर से उन निजी कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बना दिया है, जो पहले सामूहिक नकल के मामलों में बदनाम रहे हैं। दो महीने पहले इसी तरह के विवादों के चलते तत्कालीन कुलपति डॉ. अविनाश तिवारी को बर्खास्त कर दिया गया था.
अब नए कुलपति डॉ. राजकुमार आचार्य भी निजी कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने के मामले में जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं।
📌 सामूहिक नकल वाले कॉलेज फिर बने परीक्षा केंद्र!
पिछले सत्र में मुरैना और भिंड जिलों के निजी कॉलेजों में सामूहिक नकल के वीडियो वायरल हुए थे। इसके बाद तत्कालीन कुलपति प्रो. तिवारी ने निर्णय लिया था कि भविष्य में किसी भी निजी कॉलेज को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। परीक्षा सिर्फ सरकारी भवनों और कॉलेजों में आयोजित की जाएगी। इसके लिए आईटीआई, पॉलिटेक्निक और सरकारी स्कूलों को अधिग्रहित करने की योजना थी, लेकिन इस सत्र में फिर से दागी निजी कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बना दिया गया।
इस फैसले के खिलाफ छात्र संगठन और विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद के सदस्य लगातार विरोध कर रहे हैं।
📢 कुलपति ने दी सफाई, छात्र संगठनों ने किया विरोध
एनएसयूआई सहित कई छात्र संगठनों ने इस फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं, कुलपति पहले तो मीडिया से बचते रहे, लेकिन बाद में उन्होंने सफाई दी कि सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में पहले से परीक्षाएं चल रही हैं, इसलिए मजबूरी में निजी कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है।
📌 छात्रों की बढ़ी मुश्किलें, 30-60 किमी दूर बने केंद्र
दतिया, मुरैना और भिंड जिलों में कई कॉलेजों के परीक्षा केंद्र 30 से 60 किमी दूर निर्धारित कर दिए गए हैं, जिससे छात्रों की परेशानियां बढ़ गई हैं। परीक्षा केंद्र निर्धारण को लेकर जेयू प्रशासन को अब तक तीन दर्जन से अधिक शिकायतें मिल चुकी हैं, लेकिन शनिवार को हुई बैठक के बावजूद कोई बदलाव नहीं किया गया।
।
📢 27 मार्च से शुरू होंगी परीक्षाएं, अव्यवस्थाओं की आशंका
27 मार्च से जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षाओं में अव्यवस्थाओं की आशंका जताई जा रही है। छात्रों का कहना है कि अगर परीक्षा केंद्रों को लेकर जल्द बदलाव नहीं किया गया, तो आंदोलन होगा।
📌 कुलपति का बयान:
“हमारे पास जो कॉलेज और संसाधन उपलब्ध हैं, उन्हीं के आधार पर परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं।” – डॉ. राजकुमार आचार्य, कुलपति, जीवाजी विश्वविद्यालय
Tech dae Good post! We will be linking to this partspacelarly great post on our site. Keep up the great writing