एक इमारत में 4 अस्पताल, 2 कॉलेज! जांच में खुली पोल, 42 कॉलेजों की मान्यता रद्द.


Four Hospitals and Two Colleges in One Building! Probe Reveals Shocking Irregularities, Recognition of 42 Colleges Cancelled.
Special Correspondent, Gwalior, MP Samwad.
A shocking investigation in Gwalior-Chambal revealed multiple colleges running without teachers or buildings. Some operated from the same premises as hospitals. Out of 45 institutions inspected, 19 showed serious violations. As a result, the Higher Education Department canceled the recognition of 42 colleges for failing to meet required standards.
MP संवाद, ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल अंचल में वर्षों से बिना भवन और बिना स्टाफ के चल रहे फर्जी कॉलेजों पर अब उच्च शिक्षा विभाग ने शिकंजा कस दिया है। अब तक कुल 42 कॉलेजों की मान्यता रद्द की जा चुकी है जो विश्वविद्यालय के मानकों को पूरा नहीं कर रहे थे।
🏢 एक ही बिल्डिंग में 4 अस्पताल और 2 कॉलेज! जांच में हुआ खुलासा
एक ही इमारत में चार अस्पताल और दो कॉलेजों के संचालन की खबरें सामने आने के बाद शासन ने गंभीरता दिखाते हुए 13 समितियां गठित की, जिनमें कुल 26 सदस्य शामिल थे। अप्रैल से जून 2025 तक तीन महीने चली इस जांच में 45 कॉलेजों की पड़ताल हुई, जिनमें 19 संस्थान संदिग्ध पाए गए।
❌ सत्र 2025-26 के लिए 11 कॉलेजों की मान्यता समाप्त
उच्च शिक्षा विभाग ने हाल ही में 12 कॉलेजों की सूची जारी की, जिनमें से 11 कॉलेजों को मान्यता रद्द कर दी गई है। केवल जय श्रीकृष्णा कॉलेज, महाराजपुर (मुरैना) को ही मान्यता दी गई है।
📉 ज्यादातर कॉलेजों में भवन और स्टाफ की भारी कमी
जांच में सामने आया कि कई कॉलेज किराए के भवनों में संचालित हो रहे थे, जबकि कुछ के पास भवन निर्माण की अनुमति या भूमि डायवर्जन सर्टिफिकेट भी नहीं था। 11–12 कॉलेजों ने खुद ही सरेंडर किया, जबकि अन्य कॉलेजों को निरीक्षण में दोषी पाया गया।
📑 जीवाजी विश्वविद्यालय को भेजी गई रद्द कॉलेजों की सूची
अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार, “हमने लीड कॉलेजों के माध्यम से इन कॉलेजों का फिजिकल वेरिफिकेशन कराया था और रिपोर्ट के आधार पर 42 कॉलेजों की मान्यता समाप्त की गई है। सूचना जीवाजी विश्वविद्यालय को भी भेजी गई है।”