जनसेवा मित्र, बेरोजगारी, संविदा – सभी सवालों से भागी सरकार? उमंग सिंघार ने उठाए सवाल.


Public Service Assistants, Unemployment, Contract Workers – Did the Government Dodge All Questions? Umang Singhar Raises Concerns.
Special Correspondent, Bhopal, MP Samwad.
Opposition Leader Umang Singhar accused the Madhya Pradesh government of avoiding key issues during the monsoon assembly session. From unemployment, contractual workers, OBC reservation to environmental scams—no serious discussions were held. He claimed that instead of accountability, the government silenced the opposition and gave vague or incorrect answers.
MP संवाद, भोपाल, विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। उन्होंने कहा कि आठ दिन का यह सत्र सरकार के लिए भले ही सुकूनदायक रहा हो, लेकिन सत्तापक्ष पूरे सत्र के दौरान बेचैन नजर आया। सत्र तय समय से दो दिन पहले, 6 अगस्त को ही समाप्त कर दिया गया।
उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि विपक्ष ने हर जरूरी विषय पर चर्चा की मांग की, लेकिन सत्ता पक्ष ने न केवल बात टाली बल्कि हंगामा भी किया। उन्होंने कहा, “हमने ओबीसी आरक्षण, वकीलों को करोड़ों रुपये की भुगतान प्रक्रिया, वनाधिकार पट्टों, बेरोजगारी, जनसेवा मित्र, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों और संविदा शिक्षकों जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की कोशिश की, लेकिन सरकार ने इन मुद्दों पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई।”
सिंघार ने आगे कहा कि प्रदेश में 200 से अधिक पर्यावरणीय अनुमतियां दी गईं, जिनमें घोटाले की आशंका है। इस पर भी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया गया, लेकिन चर्चा नहीं हुई।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई सवालों के जवाब या तो गलत दिए गए या यह कहकर टाल दिए गए कि “जानकारी एकत्र की जा रही है।”
कुबरेश्वर धाम की घटना पर तीखा सवाल
पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबरेश्वर धाम में भगदड़ से हुई मौतों पर सिंघार ने कहा कि व्यवस्था की जिम्मेदारी आयोजकों और प्रशासन दोनों की थी। उन्होंने कहा, “कानून से बड़ा कोई नहीं होता। जब अल्लू अर्जुन और विराट कोहली जैसे बड़े नामों पर कार्रवाई हो सकती है, तो संचालन समिति पर भी कार्रवाई होनी चाहिए अगर उसने गड़बड़ी की है।”