The employment assistant was asked to provide an explanation within three days, accused of misappropriating government funds.
Special Correspondent, Katni, Madhya Pradesh.
ढीमरखेड़ा/कटनी
कटनी। प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत ने अनुभागीय अधिकारी राजस्व ढीमरखेड़ा के पत्र पर कार्रवाई करते हुए शासकीय राशि गवन करने की शिकायत के संबंध में ग्राम पंचायत पिपरिया शुक्ल के ग्राम रोजगार सहायक अजय कोरी से तीन दिवस में स्पष्टीकरण का जवाब मांगा है। उल्लेखनीय है कि शिकायतकर्ता मुकेश विश्वकर्मा एवं अन्य ग्राम वासियों द्वारा ग्राम रोजगार सहायक अजय कोरी के विरुद्ध बाढ़ राहत कार्य में भ्रष्टाचार करते हुए पैसे लेकर अपात्र लोगों के नाम मुआवजा सूची में जोड़ने,रिश्वत की मांग करने एवं पंचायत के दैनिक कार्यों में भी शासकीय राशि का गबन करने के संबंध में उल्लेखित किया है। अनुभागीय अधिकारी द्वारा प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार ग्राम रोजगार सहायक द्वारा मुआवजा राशि प्रदान किए जाने के नाम पर ऑनलाइन एवं नगद राशि के रूप में 17000 रुपए राशि प्राप्त किए जाने के साथ स्वयं के दो मंजिला भवन हेतु ₹ 25000 की आर्थिक सहायता राशि भी अर्जित की गई है। ग्राम रोजगार सहायक को जिन लोगों द्वारा पैसे नहीं दिए गए उन्हें कम मुआवजा राशि दिलाए जाने का भी पत्र में लेख है।
3 दिन में मांगा स्पष्टीकरण का जवाब अन्यथा होगी अनुशासनात्मक कार्यवाही
ग्राम रोजगार सहायक अजय कोरी द्वारा बाढ़ राहत जैसे महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील कार्य में घोर लापरवाही स्वेच्छा चारिता एवं अनियमितता बरती जाने पर प्रभारी कलेक्टर श्री गेमावत ने कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए 3 दिन के अंदर जवाब चाहा है। समय सीमा में संतोषजनक जवाब प्राप्त नहीं होने की स्थिति में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी ग्राम रोजगार सहायकों की सेवा शर्तों के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने का उल्लेख किया गया है।