भ्रष्टाचार का सबूत – बनी टंकी, ढही टंकी.


Proof of Corruption – Built Tank, Collapsed Tank.
Anand Tamrakar, Special Correspondent, Balaghat, MP Samwad.
In Thanegaon, Balaghat district, a 16 lakh water tank built under the Nal-Jal Yojana collapsed within two years of construction, exposing corruption and negligence. Fortunately, no casualties occurred. An FIR has been lodged against the contractor, while the PHE sub-engineer has been suspended. The Collector ordered a probe into construction quality.
MP संवाद, बालाघाट जिले के लांजी क्षेत्र की ग्राम पंचायत थानेगांव में नल-जल योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। वर्ष 2022 में बनाई गई 16.08 लाख रुपये लागत की 50 हजार लीटर क्षमता वाली पानी की टंकी 28 अगस्त की रात भरभरा कर गिर गई। सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
ठेकेदार पर FIR, उपयंत्री निलंबित
टंकी ध्वस्त होने के मामले में निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार मेसर्स रायसिंग एंड कंपनी के प्रोप्राइटर दिलीप पटले के खिलाफ लांजी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही, गंभीर लापरवाही के चलते पीएचई उपयंत्री बी.एल. उददे को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय पीएचई मंडल कार्यालय छिंदवाड़ा तय किया गया है।
जांच टीम गठित, गुणवत्ता पर सवाल
कलेक्टर मृणाल मीणा ने मामले की जांच के लिए टीम गठित की है और पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य को निर्माण की गुणवत्ता की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। विभागीय मुख्य अभियंता एच.एस. गौड़ का कहना है कि निर्माण कार्य में गंभीर लापरवाही बरती गई, जिससे विभाग की छवि धूमिल हुई और शासन को वित्तीय हानि उठानी पड़ी।
75 लाख की योजना में घोटाले की बू
ग्राम पंचायत थानेगांव में करीब 75 लाख रुपये की लागत से नल-जल योजना लागू की गई थी। इसमें अकेले टंकी निर्माण पर 16 लाख 8 हजार रुपये खर्च बताए गए, जिसकी अधिकांश राशि पहले ही ठेकेदार को भुगतान कर दी गई थी। टंकी ढहने से भ्रष्टाचार और लापरवाही की परतें खुलकर सामने आ गई हैं।

