पोल खोल: प्रशासन की नींद और गर्भवती का दर्द – जब खाट ही बनी जान बचाने की आखिरी उम्मीद!


EXPOSED: Administration’s Slumber & A Mother’s Agony – When a Cot Became the Last Hope to Save Lives!
Special Correspondent, Singrauli, MP Samwad.
SHAMEFUL REALITY IN SINGRAULI: Pregnant woman carried on cot for kilometers due to missing road. Tribal area lacks basic infrastructure despite govt promises. Viral video exposes ‘cot ambulance’ system.
MP संवाद, सिंगरौली जिले के धानी ग्राम पंचायत से सरकारी विकास दावों की पोल खोलती एक तस्वीर सामने आई है। शुक्रवार को गर्भवती महिला गुल्लू कोल को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने खाट पर लिटाकर कीचड़ भरी पगडंडियों से कई किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल पहुँचाया, जहाँ उसने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।
‘डोली एंबुलेंस’ की मजबूरी:
धानी ग्राम पंचायत पहाड़ों और जंगलों से घिरा आदिवासी इलाका है, जहाँ दशकों से सड़क नहीं बनी। गंभीर रूप से बीमार होने या प्रसूता को ले जाने के लिए गाँव वाले खाट को ‘एंबुलेंस’ की तरह इस्तेमाल करते हैं।
चुनावी वादों की धज्जियाँ:
ग्रामीणों ने नेताओं पर हर चुनाव में सड़क और बुनियादी सुविधाओं के झूठे वादे करने का आरोप लगाया है। इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने प्रशासन की नींद उड़ा दी है।