राशन घोटाला! कंट्रोल की दुकान से गायब अनाज, गरीब भूखा, सिस्टम मौन.


Ration Scam! Grain missing from fair price shop, the poor go hungry while the system remains silent.
Special Correspondent, Shivpuri, MP Samwad.
PDS ration scam exposed in Shivpuri. Food grains missing from fair price shops, poor remain hungry while authorities stay silent. A truck carrying ₹11 lakh worth of ration was caught, exposing a large racket. Villagers protested, forcing officials to promise distribution of pending three-month ration.
MP संवाद, शिवपुरी जिले में भ्रष्टाचार, कालाबाजारी और घोटालों की फेहरिस्त थमने का नाम नहीं ले रही। हाल ही में भैंस घोटाले के बाद अब PDS (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) से जुड़ा एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। इस बार मामला राशन की दुकान से अनाज गायब होने को लेकर है।
ग्रामीणों का आरोप है कि कंट्रोल की दुकान (PDS केंद्र) से उनका हक का अनाज गायब कर दिया गया। जब उन्हें तीन महीने से राशन नहीं मिला, तो ग्रामीणों ने दुकान के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन को मौके पर पहुंचना पड़ा और ग्रामीणों को तीन महीने का राशन शीघ्र देने का आश्वासन देना पड़ा।
इससे पहले भी दतिया जिले से शिवपुरी होकर गुजर रहे एक ट्रक को करेरा पुलिस ने जब्त किया था, जिसमें लगभग 11 लाख रुपये मूल्य का PDS चावल था। यह ट्रक गुजरात की एक फैक्ट्री जा रहा था। जानकारी के अनुसार, यह चावल दतिया के एक व्यापारी द्वारा लोड किया गया था।
इन दोनों मामलों से स्पष्ट है कि PDS राशन का एक संगठित रैकेट बन चुका है, जो गरीबों के हिस्से का अनाज हड़पने में लगा है। सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इस घोटाले को लेकर गंभीर है, या कहीं न कहीं प्रशासनिक मिलीभगत भी इस गोरखधंधे में शामिल है?
🗣️ क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी?
आशुतोष मिश्रा (जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी) ने बताया कि,
“हमने मामले का संज्ञान लिया है और जांच शुरू कर दी गई है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जहां तक ग्रामीणों के राशन की बात है, उन्हें तीन महीने का राशन शीघ्र वितरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।”