रिश्वत की आग में जला हाईवे! आरटीओ की मनमानी पर ट्रक चालकों का हंगामा.


Highway Burns in the Fire of Bribery! Truck Drivers Protest Against RTO’s Arbitrariness.
Mohan Nayak, Special Correspondent, Katni, MP Samwad.
An altercation between an RTO officer and a truck driver led to massive traffic congestion on Jabalpur-Rewa National Highway 30 in Katni. Allegations of illegal bribery, public misconduct, and departmental high-handedness have triggered outrage among truckers. The protest highlighted deep-rooted corruption in highway checking operations.
MP संवाद, कटनी। जबलपुर-रीवा नेशनल हाईवे 30 बुधवार को अचानक जाम की चपेट में आ गया। वजह बनी आरटीओ अधिकारी और एक ट्रक चालक के बीच सड़क पर हुई तीखी बहस। यह घटनाक्रम गुलवारा-द्वारा क्षेत्र का है, जिसने न केवल परिवहन व्यवस्था को बाधित किया बल्कि आरटीओ विभाग की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अवैध वसूली और मारपीट का आरोप
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उमरिया जिले के नरोज़ाबाद निवासी ट्रक चालक प्रदीप रजक से आरटीओ अधिकारी संतोष पाल और उनकी टीम ने कथित रूप से ₹5000 की मांग की। जब चालक ने अपने दस्तावेज दिखाकर रिश्वत देने से इनकार किया, तो कथित तौर पर अधिकारी नाराज हो गए। इसी दौरान बहस बढ़ गई और गुस्से में आकर ट्रक चालक ने वाहन को सड़क के बीचों-बीच खड़ा कर दिया, जिससे जाम लग गया।
विरोध में अन्य ट्रक चालक भी शामिल हो गए और कुछ ही देर में हाईवे के दोनों ओर लंबा जाम लग गया। सूचना मिलते ही कुठला थाना पुलिस मौके पर पहुँची और करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रित किया गया।
हादसों की संभावना, फिर भी जारी है अवैध चेकिंग
स्थानीय ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों का कहना है कि इस क्षेत्र में आरटीओ की रोजाना जांच होती है, जो अब पूरी तरह अवैध वसूली का अड्डा बन चुकी है। बीते दिनों यहाँ चेकिंग के कारण कई हादसे हो चुके हैं, जिनमें ट्रक चालकों ने अचानक ब्रेक लगाकर दोपहिया वाहन चालकों को टक्कर मार दी। इसके बावजूद, विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
इनका कहना है
पुलिस अधीक्षक अभिनव विश्वकर्मा ने बताया कि, “चालक को चेकिंग को लेकर आपत्ति थी, जिसे समझाइश देकर जाम खुलवाया गया है। आगे की जांच की जा रही है।”