

Joint Gwalior-Morena team nabs illegal foetal sex testing accused in Dholpur with ultrasound van
Joint Operation by Gwalior-Morena Administration: Accused of Conducting Foetal Sex Determination Arrested.
Special Correspondent, Gwalior, MP Samwad.
ग्वालियर और मुरैना प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में भ्रूण लिंग परीक्षण के आरोपी पंकज तिवारी को धौलपुर से रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपी चलती वैन में अवैध परीक्षण कर रहा था। टीम ने अल्ट्रासाउंड मशीन और वाहन जब्त किया। यह कार्रवाई बेटियों के हक की दिशा में एक बड़ा कदम है।
In a joint operation, Gwalior and Morena administrations nabbed accused Pankaj Tiwari red-handed in Dholpur for illegal foetal sex determination in a moving van. The team seized the ultrasound machine and vehicle. This marks a significant step toward protecting daughters’ rights under the PC-PNDT Act.
MP संवाद, ग्वालियर जिले में पीसी-पीएनडीटी एक्ट के तहत वांछित और भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए कुख्यात आरोपी पंकज तिवारी को शुक्रवार को राजस्थान के धौलपुर जिले से रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। इस कार्रवाई को ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान और मुरैना कलेक्टर अंकित अस्थाना की आपसी समन्वय और रणनीति के तहत अंजाम दिया गया।
🔍 क्या है मामला? कैसे पकड़ा गया आरोपी?
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी पंकज तिवारी को लंबे समय से पकड़ने के प्रयास किए जा रहे थे। हाल ही में सूत्रों से सूचना मिली कि वह धौलपुर जिले में एक चलित वाहन के माध्यम से अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण कर रहा है।
इस सूचना पर तुरंत एक संयुक्त टीम गठित की गई, जिसमें ग्वालियर से डॉ. बिंदु सिंघल (एम.डी.), जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रबल प्रताप सिंह, पीसी-पीएनडीटी सलाहकार डॉ. रश्मि मिश्रा और शाखा प्रभारी संजय जोशी शामिल थे। मुरैना से डॉ. आनंद बंसल और सीडीएमओ डॉ. अनुभा महेश्वरी की टीम भी धौलपुर पहुंची।
🎯 कैसे हुआ स्टिंग ऑपरेशन?
दोनों टीमों ने स्टिंग ऑपरेशन के तहत एक मरीज को भेजा, जिसने पुष्टि की कि आरोपी वाहन में भ्रूण लिंग परीक्षण कर रहा है। इसके बाद आरोपी को घेरकर पकड़ने का प्रयास किया गया। भागने की कोशिश के बावजूद आरोपी पंकज तिवारी टीम के हाथ लग गया।
टीम ने आरोपी के साथ-साथ अल्ट्रासाउंड मशीन और परीक्षण में उपयोग हो रहे वाहन को भी जब्त कर लिया है। आरोपी के खिलाफ अब मुरैना में पीसी-पीएनडीटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस कार्रवाई में मुरैना क्राइम ब्रांच, महिला एवं बाल विकास विभाग और समाजसेविका श्रीमती मीना शर्मा की भी अहम भूमिका रही।