धर्म नगरी धाम में बदल गया जम्बाड़ा ग्राम पं मोहन पाठक शास्त्री के सानिध्य में संपन्न हो रहा पंच कुंडीय ज्ञानयज्ञ

धर्म नगरी धाम में बदल गया जम्बाड़ा ग्राम पं मोहन पाठक शास्त्री के सानिध्य में संपन्न हो रहा पंच कुंडीय ज्ञानयज्ञ


Panch Kundiya Gyanayagya is being conducted under the guidance of Pt. Mohan Pathak Shastri, Jambara village has turned into Dharma Nagari Dham.

हरिप्रसाद गोहे
आमला । ग्राम जम्बाडा इन दिनों धर्म नगरी का रूप ले चुका है गांव में चारो ओर धर्म ध्वजा लहरा रही है।क्षेत्र के प्रसिद्ध शास्त्री पंडित मोहन पाठक शास्त्री जी के सानिध्य में पंच कुण्डी महायज्ञ संपन्न हो रहा है।इस महायज्ञ में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचकर कथा वाचन कर यज्ञ शाला में पूजन अर्चन कर रहे है।आयोजन समिति से जुड़े दधी सिंह सिसोदिया और रामचंद्र देशमुख सरपंच ग्राम जम्बाडा ने बताया की पंडित मोहन पाठक शास्त्री जी के सानिध्य में विगत 25 वर्षो से यह महायज्ञ का आयोजन हो रहा है इस महायज्ञ में न केवल जम्बाड़ा बल्कि आसपास क्षेत्र के लोग सम्मिलित होते है। जम्बाड़ा क्षेत्र के परिजन जो बाहर रहते है नौकरी कर रहे है वे सभी छुट्टी लेकर 10 दिनों के लिए इस महायज्ञ में शामिल होने आते है यहां तक की विदेशो से भी लोग शामिल होने आते है।


इस महायज्ञ से जुड़े लोगो का सम्मान श्री महावीर हनुमान गौशाला समिति आमला के लोगो ने किया और इस पुनीत कार्य के लिए साधुवाद दिया।उल्लेखनीय है की जम्बाड़ा के अतिरिक्त अन्य ग्रामों में भी यह महायज्ञ का आयोजन होता आया है।इस अवसर पर सभी ने पूजन किया।इस अवसर पर समिति की ओर से शाल श्रीफल और पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया।समिति की ओर से पंडित मोहन पाठक शास्त्री, पंडित विनोद शास्त्री जबलपुर,पंडित संतोष शास्त्री सिवनी,पंडित गणेश महाराज जबलपुर का सम्मान किया गया।वही आयोजन समिति से जुड़े दधीसिंह सिसोदिया,रामचंद्र देशमुख सरपंच, उकंडराव बारस्कर,सीताराम गौर लिखड़ी,गुणवंत सिंह चौहान खरपड़ा खेड़ी,किशन सिंह परमार उमरिया,बारीकराव ठाकरे तिरमहु,मारोती वागद्रे,तीरथ सिंह सूर्यवंशी रोहना छिंदवाड़ा,उदय सिंह पटेल,डोमा सिंह महाजन एवम सुनील सराटकर का सम्मान किया।इस अवसर पर प्रमुख रूप से शिवराम सिंह जी सब इंस्पेक्टर आर पी एफ आमला उपस्थित थे।गौशाला समिति के मनोज वाधवा,देवेंद्र राजपूत,अनिल सोनी,राजीव मदान,हेमंत गुगनानी,यशवंत चड़ोकार,दिलीप चौकीकर एवम मनोज विश्वकर्मा उपस्थित थे।इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए पंडित मोहन पाठक ने कहा की यह आयोजन विश्वकल्याण और जनकल्याण के लिए होता है।गौमाता के बिना यज्ञ अधूरा है गौमाता की सेवा कर हम न केवल पुण्य अर्जित करते है बल्कि यह कार्य यज्ञ से भी बढ़कर है।हम सभी को गौमाता की सेवा में जुटना चाहिए। अंत में सभी महा आरती में सम्मिलित हुए।कार्यक्रम का मंच संचालन मनोज विश्वकर्मा ने किया और आभार प्रदर्शन दधी सिंह सिसोदिया ने व्यक्त किया।उल्लेखनीय है की 25 वर्षो से चली आ रही इस यज्ञ परंपरा को जम्बाडा के युवा आगे बढ़ा रहे है।कार्यक्रम को सफल बनाने में साहेबराव जी गीते,कृष्णराव वागद्रे,रमेश लोखंडे,नरसिंह वागद्रे,मोनू सोनी,उत्तम पारखे,रामराव देशमुख,रवि माथनकर,योगेश कोशे,नामूजी बारस्कर,रामनाथ वागद्रे,चंद्रभान कोसे आदि उपस्थित थे।

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