Negligence of 108 ambulances led to the death of a newborn child
चन्द्रदीप गगन तेकाम
छिंन्दवाडा, जिले के पतालकोट में जननी 108 की लापरवाही के चलते नवजात बच्चे की गई जान लापरवाही की भेंट चढ़ा मासूम मामला ग्राम गैलडुब्बा का बताया जा रहा रहा यहां निवासी श्याम कुमारी पति ब्रजलाल उईके को प्रसव पीड़ा के चलते जननी 108 एम्बुलेंस की राह देखते देखते घर पर ही डिलेवरी होने से बच्चे की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने से पहले ही मौत हो गई अगर समय रहते महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तामिया लाया गया होता तो बच्चे की जान बचाई जा सकती थी लेकिन 108वाहन ना मिलने से एक नौ निहाल बच्चे की जान नहीं बची छिंदी में ना तो डाक्टर ना उचित स्वास्थ्य व्यवस्था फिर भी नेता मंत्री बड़े बड़े वादे करने से पीछे नहीं है आखिर कब होगी स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त फिलहाल कहना मुश्किल है।