दुष्कर्म, इंजुरी और मृत्यु रिपोर्टिंग पर खास सेशन: मेडिकल कॉलेज विदिशा की बड़ी पहल.


Special session on rape, injury and death reporting: A major initiative by Medical College Vidisha.
Sitaram Kushwaha, Special Correspondent, Vidisha, MP Samwad.
Atal Bihari Vajpayee Medical College, Vidisha, organized a medico-legal workshop focusing on rape case reporting, injury documentation, death cause certification, and medico-legal sensitivity. Experts from across India guided 200 doctors on forensic practices, court procedures, and women-child safety, marking a significant step toward strengthening justice and healthcare systems.
MP संवाद, विदिशा। अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग द्वारा 23 अगस्त 2025 को मेडिकोलीगल अपडेट कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्घाटन किशोर न्यायालय विदिशा की मुख्य न्यायाधीश शिवांगी श्रीवास्तव ने किया। विशेष अतिथि के रूप में सीएमएचओ डॉ. रामहित कुमार, अधिष्ठाता डॉ. मनीष निगम, सिविल सर्जन डॉ. बी.एल. यादव (शिवपुरी), अधीक्षक डॉ. अविनाश लाघवे, महिला एवं बाल विकास की जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीता लोधा, सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष रामबाबू प्रजापति एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
POCSO मामलों में संवेदनशीलता जरूरी – मुख्य अतिथि
मुख्य अतिथि शिवांगी श्रीवास्तव ने POCSO प्रकरणों की प्रक्रिया, न्यायालयीन कार्यवाही और संवेदनशीलता पर प्रकाश डाला। उन्होंने चिकित्सकों से आग्रह किया कि इस प्रकार के मामलों को हमेशा गंभीरता और सहानुभूति के साथ संभाला जाए।
विशेषज्ञों ने दिए महत्वपूर्ण प्रशिक्षण
- डॉ. अशोक मूंदरा (कोटा मेडिकल कॉलेज) ने दुष्कर्म मामलों में चिकित्सकीय परीक्षण, सबूतों का संरक्षण और सावधानियों पर मार्गदर्शन दिया।
- डॉ. स्वेता पटेल (AIIMS भोपाल) ने महिला पीड़ितों के परीक्षण की प्रक्रिया समझाई।
- अनेस्थीसिया विभाग ने आकस्मिक स्थिति में इंटुबेशन तकनीक सिखाई।
- फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग ने क्राइम सीन निरीक्षण का प्रशिक्षण दिया।
- डॉ. राघवेंद्र कुमार विदूआ (AIIMS भोपाल) ने “मृत्यु का कारण” लिखने और रजिस्ट्रेशन की सावधानियों पर जानकारी दी।
- डॉ. आशीष जैन (गांधी मेडिकल कॉलेज) ने इंजरी रिपोर्ट और “मेदलीपर” सॉफ्टवेयर के उपयोग पर प्रशिक्षण दिया।
- ख्याति पंजवानी ने लैंगिक आधारित हिंसा व घरेलू प्रताड़ना के मामलों की जानकारी साझा की।
200 से अधिक चिकित्सकों की भागीदारी
विभागाध्यक्ष डॉ. नरेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि इस कार्यशाला में विदिशा, रायसेन, सागर, गुना, शिवपुरी, बैतूल, सीहोर, अशोकनगर, जबलपुर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, पिपरिया सहित राजस्थान, तमिलनाडु, पंजाब, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, बिहार और दिल्ली से लगभग 200 चिकित्सकों ने भाग लिया।
समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट वितरित किए गए। अंत में डॉ. विवेक चौकसे ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।