जनजातीय कल्याण या खुद का कल्याण? जबलपुर अफसर के घर निकला भ्रष्टाचार का खजाना.


Tribal Welfare or Self-Welfare? A Treasure Trove of Corruption Found at Jabalpur Officer’s Residence.
Special Correspondent, Jabalpur, MP Samwad.
Lokayukt raids unearthed over ₹6 crore worth assets, a tiger skin, foreign liquor, and cash from Deputy Commissioner Jagdish Sarwate’s properties in Jabalpur and Bhopal. His mother and brother hold over 10 properties. EOW joined the investigation. Serious legal action likely under Wildlife Protection Act and corruption laws.
MP संवाद, जबलपुर। आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस की छापेमारी में हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं। जबलपुर और भोपाल में सरवटे की मां और भाई के नाम पर करीब 6 करोड़ रुपये की संपत्तियां पाई गई हैं। कार्रवाई के दौरान एक बाघ की खाल भी बरामद हुई है। देर रात तक चली छानबीन में 56 विदेशी शराब की बोतलें, 7 लाख रुपये नकद, और अन्य लग्जरी सामान भी जब्त किए गए।
बाघ की खाल से वन विभाग में हलचल
वन विभाग को जानकारी देने पर डीएफओ ऋषि मिश्रा ने बताया कि खाल पुरानी प्रतीत होती है, लेकिन इसकी अवैध शिकार या तस्करी से संबंधित जांच की जा रही है। यदि खाल वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन करती पाई गई, तो अलग से गंभीर कानूनी कार्रवाई होगी।
और बढ़ सकता है संपत्ति का आंकड़ा
सरवटे के खिलाफ यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति और आर्थिक अनियमितताओं की शिकायतों के आधार पर की गई है। शुरुआती जांच में ही 10 से अधिक संपत्तियों का पता चला है, जो उनकी मां और भाई के नाम पर हैं। बैंक लॉकर भी खोले जा रहे हैं, जिनसे जेवर, नकदी और जमीन के दस्तावेज मिलने की संभावना है।
EOW भी जांच में शामिल
मामले की गंभीरता को देखते हुए EOW (आर्थिक अपराध शाखा) भी इस जांच में शामिल हो गई है। छापेमारी के बाद सरकारी महकमे में हड़कंप मचा है। लोकायुक्त की टीम ने स्पष्ट किया है कि जांच पूरी होने के बाद विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।