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MP का नया गोल्ड ज़ोन: कटनी में शुरू होगी ‘स्वर्ण खुदाई’

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Aerial view of Sonmanabad Katni showing gold mining location in Madhya Pradesh – mpsamwad.com exclusive

MP’s New Gold Zone: ‘Golden Excavation’ to Begin in Katni

Harishankar Parashar, Special Correspondent, Katni, MP Samwad.

A confirmed gold reserve of 3.35 lakh tonnes in Katni’s Sonmanabad region is set to reshape Madhya Pradesh’s economy. The discovery promises new revenue, jobs, and investment opportunities. Excavation will begin soon under eco-friendly mining protocols.

MP संवाद, कटनी, मध्य प्रदेश (7 अगस्त 2025): मध्य प्रदेश के कटनी जिले के सोनमनाबाद क्षेत्र में की गई एक ऐतिहासिक खनिज खोज ने राज्य की खनिज संपदा के क्षेत्र में नई क्रांति की शुरुआत कर दी है। भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग (GSI) ने यहां 3.35 लाख टन सोने के अयस्क की मौजूदगी की पुष्टि की है, जिससे राज्य को आर्थिक मजबूती और रोजगार के नए अवसरों की उम्मीद है। यह खोज न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।

GSI की विशेषज्ञ टीम ने सोनमनाबाद के इमलिया गांव के 6.51 हेक्टेयर क्षेत्र में गहन सर्वेक्षण किया। रिपोर्ट के अनुसार, यहां से हर वर्ष 33,214 टन सोने का अयस्क निकाला जा सकता है, जिससे लगभग 3.4 टन शुद्ध सोना प्राप्त होने की संभावना है। यह सर्वे मध्य प्रदेश खनिज विभाग और केंद्रीय खान मंत्रालय के सहयोग से संचालित हुआ, जिसने 23 अगस्त 2023 को खनन योजना को अंतिम मंजूरी दी।

इस परियोजना में भारतीय खान ब्यूरो और राज्य भूवैज्ञानिक विभाग ने भी सक्रिय भूमिका निभाई है। मुंबई स्थित प्रोस्पेक्ट रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड को 50 वर्षों के लिए खनन लीज दी गई है। यह कंपनी आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल तकनीक के जरिए खनन कार्य संचालित करेगी।

जिला खनिज अधिकारी अशोक राय ने बताया कि क्षेत्र में पहले से ही लौह अयस्क, बॉक्साइट, डोलोमाइट और चूना पत्थर जैसे खनिज उपलब्ध हैं। लेकिन सोने की पुष्टि ने सोनमनाबाद को राज्य के खनिज मानचित्र पर विशेष महत्व प्रदान किया है।

राज्य सरकार ने परियोजना की लोक सुनवाई पूरी कर ली है और अब पर्यावरणीय स्वीकृति की प्रतीक्षा है। खनन मंत्रालय ने योजना की तकनीकी निगरानी और सहयोग का जिम्मा उठाया है। सहायक खनिज अधिकारी कपिल मुनि शुक्ला के अनुसार, यह परियोजना सालाना 250 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व दे सकती है और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलेगी।

वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह खान केवल सोने तक सीमित नहीं, बल्कि इसमें चांदी, तांबा, लेड और जिंक जैसे बहुमूल्य खनिज भी हो सकते हैं। संबंधित विभागों की टीमें आगे की जांच में जुटी हैं, और जल्द ही बड़े पैमाने पर खनन कार्य शुरू होने की उम्मीद है।

यदि सब कुछ योजना के अनुरूप चला, तो यह खोज मध्य प्रदेश को कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे अग्रणी सोना उत्पादक राज्यों की सूची में लाकर खड़ा कर सकती है।

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