BSc की छात्राओं को दे दिया BCom का पेपर, यूनिवर्सिटी की बड़ी लापरवाही उजागर!


BSc Students Given BCom Exam Paper, Major Negligence by University Exposed!
Special Correspondent, Gwalior, MP Samwad.
Gwalior’s Jiwaji University committed a major blunder by giving BCom papers to BSc second-year students, resulting in 300 failures. After student protests, re-evaluation revealed all had passed. The incident raises serious concerns about the university’s examination system and accountability.
MP संवाद, ग्वालियर। जीवाजी यूनिवर्सिटी की बड़ी लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया गर्ल्स कॉलेज, मुरार की बीएससी सेकंड ईयर की लगभग 300 छात्राएं फाउंडेशन विषय में फेल हो गई थीं। जब इन छात्राओं ने बीते सप्ताह यूनिवर्सिटी में हंगामा किया, तो विश्वविद्यालय की गंभीर चूक उजागर हुई।
दरअसल, बीएससी की छात्राओं को गलती से बीकॉम फाउंडेशन का पेपर दे दिया गया था। इसके बाद उनकी ओएमआर शीट की जांच बीएससी की आंसर-की से कर दी गई। इससे सभी छात्राएं फेल घोषित कर दी गईं।
✅ पुनर्मूल्यांकन में सभी छात्राएं पास
जब इस गलती का खुलासा हुआ और सही उत्तर कुंजी से ओएमआर शीट की दोबारा जांच की गई, तो सभी छात्राएं पास हो गईं। इस पूरे मामले में कॉलेज प्रशासन के साथ-साथ उत्तर पुस्तिका जांच के कंप्यूटर सिस्टम की भी बड़ी चूक सामने आई है।
✅ विश्वविद्यालय का पक्ष
यूनिवर्सिटी प्रशासन अब कह रहा है कि वह वीआरजी कॉलेज को नोटिस भेजकर जवाब मांगेगा। हालांकि, विश्वविद्यालय की खुद की भूमिका भी सवालों के घेरे में है, क्योंकि अब तक कोई स्पष्ट कार्रवाई या जवाबदेही तय नहीं की गई है।
जेयू के रजिस्ट्रार डॉ. राकेश कुशवाह ने अभी तक किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को नोटिस तक जारी नहीं किया है। वहीं, पीआरओ डॉ. विमलेन्द्र सिंह राठौर का कहना है कि फाउंडेशन पेपर में फेल होने वाली छात्राएं री-चेकिंग में पास हो गईं और अब इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वीआरजी कॉलेज की प्राचार्य डॉ. ज्योति उपाध्याय ने भी माना है कि अगर बीएससी छात्राओं को बीकॉम का पेपर बांटा गया, तो जिम्मेदारों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।