पुलिस विभाग का काला सच! आईपीएस ने खोल दिए सिपाहियों के शोषण के राज.


Police Department’s Dark Truth! IPS Officer Exposes Systemic Exploitation of Constables.
Special Correspondent, Balaghat, MP Samwad.
IPS officer Nagendra Singh exposes shocking police department truths – constables handle 300 warrants, 50 cases simultaneously while facing mental harassment from seniors. Reveals juniors can’t visit families for months. Bold allegations made during Balaghat farewell speech challenge systemic exploitation in police hierarchy.
MP संवाद, बालाघाट: पुलिस विभाग की कड़वी सच्चाई को सामने लाते हुए पूर्व पुलिस अधीक्षक नगेन्द्र सिंह ने एक निजी न्यूज पोर्टल को दिए बयान में जूनियर कर्मियों के शोषण पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने खुलासा किया कि पुलिसकर्मियों की जिंदगी नर्क बन चुकी है और वरिष्ठ अधिकारी भी उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं।
क्या कहा नगेन्द्र सिंह ने?
✔ “एक सिपाही/आरक्षक पर 300 वारंट और 50 केसों का बोझ”
✔ “महीनों घर नहीं जा पाते, न बच्चों की परवरिश, न पत्नी की देखभाल”
✔ “राजनेताओं का दबाव, शिकायतकर्ताओं की बहस – सबका गुस्सा झेलते हैं”
✔ “वरिष्ठ अधिकारी सिर्फ डांटते हैं, उनकी पीड़ा समझने की कोशिश नहीं करते”
विदाई समारोह में दिया था यह बयान:
7 जून को पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित फ्रेंडली क्रिकेट मैच के बाद नगेन्द्र सिंह ने कहा था:
“पुलिसकर्मी समाज का सबसे उपेक्षित वर्ग है। भले ही लोग उन्हें गाली दें, लेकिन मुसीबत में सबसे पहले पुलिस को ही याद करते हैं!”
कलेक्टर भी थे मौजूद:
इस संबोधन के दौरान कलेक्टर मृणाल मीणा भी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।