बिना अटेंडेंस अब वेतन नहीं! “हमारे शिक्षक” ऐप से सख्त हुआ शिक्षा विभाग.


No Attendance, No Salary Now! Education Department Gets Strict with “Hamare Shikshak” App.
Special Correspondent, Bhopal, MP Samwad.
The Education Department of Madhya Pradesh has mandated e-attendance through the “Hamare Shikshak” mobile app for guest teachers. Non-compliance will result in salary deductions. While Dindori leads with 57% compliance, districts like Anuppur and Alirajpur show poor response. Teacher unions demand leave policies before accepting the strict digital attendance system.
MP संवाद, भोपाल। मध्य प्रदेश में स्कूल और कॉलेजों में शिक्षकों की ई-अटेंडेंस प्रणाली को लेकर चर्चाएं तेज़ हैं। कई मामलों में सामने आया है कि शिक्षक बिना स्कूल आए ही घर से मोबाइल एप्लिकेशन के ज़रिए अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। ऐसे दुरुपयोग के कारण ई-अटेंडेंस सिस्टम जुलाई के पहले 15 दिनों में ही फेल होता नजर आया है।
इस गंभीरता को देखते हुए स्कूली शिक्षा विभाग ने सख्त कदम उठाए हैं। यह निर्णय विशेष रूप से अतिथि शिक्षकों (Guest Teachers) के लिए लागू किया गया है। अब जो गेस्ट टीचर “हमारे शिक्षक” मोबाइल ऐप से अटेंडेंस दर्ज नहीं करेंगे, उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा, और उनका वेतन भी रोक दिया जाएगा।
शिक्षा विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, सत्र 2025-26 से यह आदेश अनिवार्य रूप से लागू किया गया है। ऐप के ज़रिए शिक्षकों को अपनी उपस्थिति समय पर दर्ज करनी होगी। आदेश के सख्ती से पालन का निर्देश भी जारी किया गया है।
हालांकि, शिक्षक संघ ने इस व्यवस्था पर आपत्ति जताई है। संघ का कहना है कि उन्हें अवकाश की सुविधा मिलनी चाहिए, और जब तक छुट्टियों का स्पष्ट प्रावधान नहीं होगा, वे ई-अटेंडेंस नहीं लगाएंगे।
📊 जिला-स्तरीय प्रदर्शन:
- डिंडौरी ऐसा इकलौता जिला है जहां 50% से अधिक अतिथि शिक्षकों ने ई-अटेंडेंस दर्ज की है — कुल 57%।
- झाबुआ 48% के साथ दूसरे स्थान पर है।
- सबसे पिछड़े जिले:
- अनूपपुर: यहां 17 में से किसी भी गेस्ट टीचर ने अटेंडेंस दर्ज नहीं की।
- अलीराजपुर और निवाड़ी: दोनों में केवल 7-7 शिक्षकों ने उपस्थिति दर्ज की।