Excise department is struggling to sell 16 liquor shops of 6 groups of the district.
- 16 में से 8 दुकानें 13 फीसदी कम आरपी पर बिकीं, राजस्व का घाटा
भोपाल। आबकारी विभाग को जिले के 6 समूहों की 16 शराब दुकानें बेचने में पसीना आ रहा है। इन्हें बेचने के लिए विभाग ने रिजर्व प्राइस (आरपी) 13 फीसदी कम कर दी है। इधर, शुक्रवार को पांचवें चरण के लिए बुलाए गए ई-टेंडर खोले गए। इसमें से दो समूह की सिर्फ 5 दुकानें आरपी से 11.50 फीसदी कम पर बिकी है। इनमें न्यू मार्केट समूह की 3 दुकानें आरपी से 9.40 प्रतिशत और झिरनिया समूह की 2 दुकानें 12.70 प्रतिशत कम पर गई है। बचे हुए 4 समूहों की 11 दुकानों के लिए शनिवार को टेंडर जारी किए जाएंगे।
विभागीय जानकारी के अनुसार, न्यू मार्केट समूह की 3 दुकानों के लिए 5 टेंडर आए थे। इनमें एच-वन आॅफर रिजर्व प्राइस से 9.40 प्रतिशत कम का रहा, जबकि इसी आरपी 31.26 करोड़ निर्धारित की गई थी। इस समूह का ठेका मनीष शिवहरे को मिला है। पहले इस समूह के पास नेहरू नगर की दुकानों का ठेका था। इसी प्रकार झिरनिया समूह की दो दुकानों के सिर्फ टेंडर प्राप्त हुआ जो एच-1 से 12.7 प्रतिशत कम है। इसकी आरपी 7.79 करोड़ रुपए थी। यह ठेका रामस्वरूप (लल्ला) को मिला है।
इधर आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है पिछले साल के मुकाबले ज्यादा दरों पर गई है। मालूम हो कि इस बार आबकारी ने पिछले साल की तुलना में ठेके 15 फीसदी ज्यादा दरों पर निर्धारित किए थे। मालूम हो कि जिले में 35 समूहों की 87 शराब दुकानें है। इनमें से अब 4 समूह को 11 दुकानें बिकने से रह गई है। 31 मार्च तक ये दुकानें नहीं बिकती है, तो आबकारी अमला इन दुकानों से शराब बेचेगा।