तीन साल पुराना भ्रष्टाचार आज बेनकाब! पूर्व सिविल सर्जन सहित तीन पर लोकायुक्त का शिकंजा.


Three-Year-Old Corruption Exposed Today! Lokayukta Tightens the Noose on Former Civil Surgeon and Two Others.
Special Correspondent, Ujjain, MP Samwad.
A three-year-old corruption scandal has resurfaced in Ujjain’s Charak Bhavan Hospital. Lokayukta has booked the former civil surgeon and two staffers for illegal contracts and misuse of power. Without fresh tenders, private firms were favored, costing the state money. Investigation under the Prevention of Corruption Act is underway.
MP संवाद, उज्जैन — लोकायुक्त ने बुधवार को शासकीय चरक भवन अस्पताल के पूर्व सिविल सर्जन सहित तीन कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने लगभग तीन साल पहले नियमों को दरकिनार करते हुए दो निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया और शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाया।
लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक ने बताया कि नजरपुर निवासी धर्मेंद्र शर्मा ने अस्पताल में अनियमित खरीदी को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में प्रथम दृष्टया आरोपों की पुष्टि होने पर तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. पी.एन. वर्मा (सेवानिवृत्त), तत्कालीन लेखापाल राजकुमार सोनी (सेवानिवृत्त), और तत्कालीन प्रभारी लिपिक राहुल पंड्या (मूल पद: ड्रेसर) के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
डीएसपी पाठक के अनुसार, तीन साल पहले डेहली रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग इंजीनियरिंग और रिडेन एस.पी.सी. ऑक्सीजन गैस सप्लायर को दो साल के लिए टेंडर दिया गया था। लेकिन, निर्धारित अवधि समाप्त होने के बाद भी तीन वर्षों तक बिना नए टेंडर के इन फर्मों से कार्य करवाया गया। आरोप है कि जीएसटी का भुगतान करने के बावजूद, संबंधित अधिकारियों ने बिना आवश्यक क्लैरिफिकेशन सर्टिफिकेट के कंपनियों को भुगतान किया, जिससे शासन को वित्तीय नुकसान हुआ।