भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा- सोनिया, प्रियंका, राहुल और खड़गे महिला विरोधी चरित्र पर नतमस्तक होकर मांगें माफी

भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा- सोनिया, प्रियंका, राहुल और खड़गे महिला विरोधी चरित्र पर नतमस्तक होकर मांगें माफी

बिपिन भारद्वाज

भोपाल। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला का बयान सुर्खियों में है। भाजपा के नेता लगातार निशाना साध रहे हैं और कह रहे हैं कि कांग्रेस के संस्कारों में ही महिला विरोध कूट कूट के भरा है। वहीं रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि भाजपा की IT cell को काट छांट, तोड़-मरोड़ फर्जी झूठी बातें फैलाने की आदत बन गई है, ताकि वो हर रोज मोदी सरकार की युवा विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी नीतियों-विफलताओं व भारत के संविधान को खत्म करने की साजिश से देश का ध्यान भटका सकें। 

भारतीय जनता पार्टी मप्र के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने x पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि कांग्रेसियों के जो दिल में है,

वो जुबान पर आ ही जाता है

गांधी परिवार के करीबी औऱ कांग्रेस के तथाकथित शीर्ष नेता रणदीप सूरजेवाला ”महिलाओं को चाटने” की बात कहकर अपनी तुच्छ, घृणित और निम्न स्तरीय सोच का परिचय दे रहे हैं…

MLA/MP क्यों बनाते हैं? ताकि वो हमारी आवाज़ उठा सकें, हमारी बात मनवायें, इसीलिए बनाते होंगे। कोई हेमा मालिनी तो है नहीं, जो ”चाटने” के लिए बनाते हैं?- रणदीप सूरजेवाला, कांग्रेसी,नेता

कांग्रेस के मुखिया गांधी परिवार की सुप्रीमो सोनिया गांधी और “लड़की हूं लड़ सकती हूं”, जैसी खोखली बातें करने वाली प्रियंका गांधी की आखिर ऐसी क्या बेबसी है जो वो सूरजेवाला की इस ओछी हरकत पर शर्मिंदा होने की बजाय चुप हैं???

कांग्रेस के संस्कारों में ही महिलाविरोध कूट कूट के भरा है* परिणामस्वरूप कांग्रेस में ऐसे नेताओं की भरमार है जो महिलाओं के प्रति इतनी घटिया सोच रखते हैं, अभी हाल ही में 

👉🏻कांग्रेस के कर्नाटक के नेता महिलाओं को रसोई घर और उपभोग की वस्तु बताते हैं

👉🏻सुप्रिया श्रीनेत पूरे मंडी और हिमाचल प्रदेश की महिलाओं  का अपमान करते हुए कंगना रनौत जी के बारे में अभद्र टिप्पणियां करती हैं

👉🏻 महिलाओं के साथ बालात्कार और गंदी हरकत करने वालों को कांग्रेस ने लोकसभा प्रत्याशी बनाया जाता है

UCC, शाह बानो, सायरा बानो, तंदूर कांड या तीन तलाक हो.. कांग्रेस ने महिलाओं के शोषण का समर्थन किया है

सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे इस महिला विरोधी  चरित्र पर नतमस्तक होकर माफ़ी माँगें और बताएं कि आखिर इन नेताओं पर कार्यवाही क्यों नहीं हुई??

भाजपा मप्र के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने एक अन्य पोस्ट में कांग्रेसी नेताओं का ”नारी शक्ति” के प्रति घृणित मानसिकता, विकृत बुद्धि और ओछे बयानों का काला परिचय दिया

 ◾️गांधी परिवार के करीबी रणदीप सुरजेवाला का बयान- हम MLA MP क्यों बनाते हैं ताकि वो हमारी आवाज उठा सकें, कोई हेमा मालिनी तो हैं नहीं, कि चाटने के लिए बनाते हों

◾️कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनाते के अभद्र बोल- भाजपा प्रत्याशी अभिनेत्री कंगना रनौत को बाजारू और छोटी काशी की तुलना महिलाओं की मंडी से की।

◾️कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की तुच्छ सोच – क्या संघ की शाखाओं में महिलाएं छोटे कपड़े (शॉर्ट्स) पहने दिखती हैं। 

◾️कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री, दिग्विजय सिंह का स्तर- महिला सांसद मीनाक्षी नटराजन को 100 टका टंच माल कहते हैं

◾️कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री,कमलनाथ  की घृणित मानसिकता- मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ महिलाओं को आइटम और सजावट का सामान कहते हैं।

◾️कांग्रेस विधायक शमनूर शिवशंक की महिलाओं के प्रति सोच महिलाएं केवल रसोई में खाना बनाना जानती हैं।

◾️कांग्रेस राज्य सभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सेक्स सीडी – जिसमें सिंघवी एक महिला वकील को जज बनवाने का लालच देते हैं।

◾️राजस्थान कांग्रेस नेता, शांति धारीवाल का महिला विरोधी बयान- विधानसभा में कहते हैं राजस्थान मर्दों का प्रदेश है।

◾️तत्कालीन कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के अमर्यादित शब्द – नई जीत एवं नये विवाह की खुशियों का अलग मजा है। रक्षाबंधन के दिन महिलाएं बाहर न निकलें उनकी आबरू लुट सकती है।

◾️कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की स्तरहीनता- सभा में महिला की चुन्नी खींच ली और गाली-गलौच करते हुए हाथापाई तक करने लगे।

◾️रेणुका चौधरी महिला होकर महिलाओं के बारे में अपशब्द – “रेप तो चलते ही रहते हैं (रेप इज कॉमन)।

◾️राजाराम पाल की निम्न स्तरीय सोच  – कांग्रेस पार्टी में दलित महिलाओं से भेदभाव नहीं किया जाता है। इन महिलाओं को हमारे घर के अंदर ही नहीं, बेडरूम तक आने की इजाजत है। यहां ऐसी कोई महिला नहीं है, जो हमारे बेडरूम तक न आई हो।

◾️कांग्रेस के आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बोत्सा सत्यनारायण- रेप से बचने के लिए औरतों को घर के अंदर ही रहना चाहिए।

◾️सोनिया गांधी के करीबी शशि थरूर- भारतीय अर्थव्यवस्था का मजाक उड़ाते हुए थरूर ने कहा था हमारी चिल्लर भी मिस वर्ल्ड बन गई है।

◾️कांग्रेस आईटी सेल कांड- दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस आईटी सेल के सदस्य चिराग पटनायक पर कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल में साथ काम करने वाली ही एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया ।

◾️NSUI की एक महिला कार्यकर्ता ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर कहा- NSUI अध्यक्ष फैरोज खान  राजनीतिक तरक्की के लिए महिलाओं को शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करता है।

और कितना गिरोगे कांग्रेसियों….??

अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने कांग्रेस  को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि महिलाओं का अपमान कांग्रेस के नेताओं का चरित्र बन गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने अपने भाषण में यह कहा कि,‘‘एमएलए/एमपी क्यों बना रहे हैं? ताकि वो हमारी आवाज़ उठा सकें, हमारी बात मनवाएं। कोई हेमा मालिनी तो नहीं है,जो चाटने के लिए बना रहे हैं?”

कांग्रेस के नेता ने जनता द्वारा चुनी हुई महिला सांसद हेमामालिनी खिलाफ की गई टिप्पणी बहुत ही अपमानजनक है। ये पूरी नारी शक्ति का अपमान है।

महिलाओ का अपमान कांग्रेस के नेताओ का चरित्र बन  गया है।

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने  भाजपा को लेकर कहा कि भाजपा की IT Cell को काट-छांट, तोड़-मरोड़, फ़र्ज़ी-झूठी बातें फ़ैलाने की आदत बन गई है, ताकि वो हररोज़ मोदी सरकार की युवा विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी नीतियों-विफलताओं व भारत के संविधान को ख़त्म करने की साज़िश से देश का ध्यान भटका सके।

पूरा वीडियो सुनिए – मैंने कहा “हम तो हेमा मालिनी जी का भी बहुत सम्मान करते हैं। क्योंकि वो धर्मेंद्र जी से ब्याह रखी हैं, बहु हैं हमारी ।” 

भाजपा के महिला विरोधी प्यादों को ये वीडियो काटने का आदेश तो मिला, पर इन्हीं प्यादों ने प्रधानमंत्री से कभी यह नहीं पूछा कि उन्होंने – 

▪️हिमाचल में “50 करोड़ की गर्ल फ्रेंड” क्यों कहा?

▪️संसद में एक महिला MP को “शूर्पणखा” की संज्ञा क्यों दी?

▪️एक महिला CM को भद्दी तरह से ट्रोल क्यों किया?

▪️क्या “कांग्रेस की विधवा” कहना सही है?

▪️क्या कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को “जरसी गाय” कहना सही है?

मेरा बयान केवल इतना था कि सार्वजनिक जीवन में सभी की जनता के प्रति जवाबदेही तय होनी चाहिए, चाहे वो नायब सैनी जी हों, या खट्टर जी या में ख़ुद।

सब अपने काम के दम पर बनते-बिगड़ते हैं, जनता सर्वोपरि है, और चुनाव में उसे अपने विवेक का इस्तेमाल कर के चुनाव करना होता है।  

 न तो मेरी मंशा हेमामालिनी जी के अपमान की थी और न ही किसी को आहत करने की। इसीलिए मैंने साफ़ कहा कि हम हेमामालिनी जी का सम्मान करते हैं और वो हमारी बहू हैं।

भाजपा खुद महिला-विरोधी है, इसीलिए वो हर कुछ महिला-विरोध के चश्में से देखती-समझती है, और अपनी सहूलियत के अनुसार झूठ फैलाती है !