गोला-बारूद कोटे का दुरुपयोग, भोपाल में 77 निशानेबाज SIT की रडार पर.


Misuse of Ammunition Quota: 77 Shooters in Bhopal Under SIT Radar.
Special Correspondent, Bhopal, MP Samwad.
Bhopal SIT has launched a probe into 77 registered shooters suspected of misusing ammunition quota. Officials believe large amounts of bullets meant for training were diverted to the black market, raising security concerns. Collector suspended ammunition quotas, promising strict action against inactive or fraudulent shooters.
MP संवाद, भोपाल जिला प्रशासन ने खिलाड़ियों के नाम पर पंजीकृत हथियारों के दुरुपयोग की गहन जांच शुरू कर दी है। विशेष जांच दल (SIT) ने 77 निशानेबाजों को नोटिस भेजकर हथियारों के इस्तेमाल और संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों को शक है कि कई लोगों ने सिर्फ भारी मात्रा में गोला-बारूद हासिल करने के लिए खिलाड़ी के रूप में पंजीकरण कराया।
गोला-बारूद का काला बाजार और संदिग्ध सौदे
शस्त्र नियम 2016 की धारा 40 के तहत खिलाड़ियों को 5,000 से 1,00,000 राउंड तक गोला-बारूद वार्षिक खरीदने की अनुमति है। लेकिन अनुमान है कि इसका बड़ा हिस्सा काला बाज़ार में पहुँच रहा है। जांच तब तेज हुई जब पुलिस ने शाहवर अहमद और यासीन अहमद के घर छापे में विदेशी अर्ध-स्वचालित बंदूक बरामद की। वहीं एक पंजीकृत खिलाड़ी ने खेल कोटे में खरीदी 3 लाख की बंदूक 15 लाख में बेच दी। सवाल यह है कि जब स्पोर्ट्स शूटिंग में अर्ध-स्वचालित बंदूक की अनुमति ही नहीं, तो इसे क्यों खरीदा गया?
कलेक्टर ने कोटा किया निलंबित, अब कड़े नियम लागू
भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने खिलाड़ियों का गोला-बारूद कोटा अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपराधियों तक हथियार पहुँचना सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। SIT जांच के बाद उन खिलाड़ियों के विशेषाधिकार रद्द होंगे जो प्रतियोगिताओं में वर्षों से सक्रिय नहीं हैं। आगे से पंजीकृत खिलाड़ियों को नया गोला-बारूद लेने के लिए इस्तेमाल किए हुए कारतूस जमा करने होंगे। यह नियम सरकारी अकादमियों के प्रशिक्षुओं पर लागू नहीं होगा।
वर्तमान स्थिति:
भोपाल में 77 पंजीकृत खिलाड़ियों के पास 150 से अधिक हथियार हैं और उन्हें सालाना करीब 31 लाख राउंड का गोला-बारूद कोटा मिलता है।