एनजीटी की रोक बेअसर: बरही में नदियों का सीना चीर रहे रेत माफिया.


NGT Ban Ineffective: Sand Mafia Ravaging Rivers in Barhi.
Mohan Nayak, Special Correspondent, Katni, MP Samwad.
Despite the NGT’s ban on sand mining during monsoon, illegal excavation continues in Barhi’s Jajagarh. Sand mafia openly loot rivers, collecting ₹4,000 per tractor through a token system. Shockingly, transit passes are still being issued despite stock depletion, raising questions over officials’ silence and administrative complicity.
MP संवाद, कटनी। नदियां जीवनदायिनी हैं, लेकिन पैसों की लालच में उनका सीना चीरकर अवैध रेत उत्खनन जारी है। बरसात के चलते एनजीटी की रोक और ठेकेदार द्वारा खदान सरेंडर करने के बावजूद, बरही तहसील के जाजागढ़ क्षेत्र में नदी-नालों से खुलेआम रेत चोरी हो रही है। हैरानी की बात यह है कि इस गैरकानूनी धंधे को “टोकन सिस्टम” से वैध रूप देने का खेल चल रहा है।
टोकन के नाम पर वसूली, बिना पर्ची खैर नहीं
जाजागढ़ क्षेत्र में नाका बनाकर हर ट्रैक्टर से 4 हजार रुपए वसूले जा रहे हैं। टोकन न लेने वालों को रोककर धमकाया जाता है। बताया गया है कि दो दिन और दो रात कर्मचारियों की शिफ्ट लगाकर इस वसूली पर निगरानी रखी जाती है। सूत्रों के मुताबिक, इस पूरे खेल में जिम्मेदार अधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध है।
अधिकारी बोले- दिखवाते है.
इस मामले में बरही के तहसीलदार आदित्य प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि बरसात में नदी से रेत नहीं निकाली जा सकती। यदि कहीं उत्खनन हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि “हम दिखवाते हैं।” लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन की ढिलाई से रेत माफिया और ज्यादा बेखौफ हो गए हैं।
स्टॉक खत्म, फिर भी जारी ट्रांजिट पास
बरही स्थित स्टॉकपॉइंट से रेत खत्म हो चुका है, लेकिन स्टॉक के नाम पर अब भी ट्रांजिट पास (टीपी) जारी किए जा रहे हैं। यह गोरखधंधा खुलेआम जारी है और अधिकारियों को पूरी जानकारी होने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। सवाल उठता है कि आखिर किसके संरक्षण में यह पूरा नेटवर्क फल-फूल रहा है।