दमोह में मीडिया की आजादी पर हमला: पुलिस-माफिया गठजोड़ के आरोप!


Attack on media freedom in Damoh
Sone Singh Thakur, Special Correspondent, Damoh, MP Samwad.
MP संवाद, दमोह (मध्य प्रदेश)। मोहन सरकार के शासन में अवैध शराब माफिया न केवल खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे हैं, बल्कि चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस भी अब पत्रकारों को धमकाने और झूठे केस दर्ज करने की धमकियाँ देने में उनसे पीछे नहीं है।
यह मामला बटियागढ़ की “लेडी सिंघम” कही जाने वाली थाना प्रभारी नेहा गोस्वामी से जुड़ा है, जो पिछले 24 घंटों से सुर्खियों में हैं। भगवती मानव कल्याण संगठन के पत्रकार जब अवैध शराब की कवरेज करने पहुँचे, तो थाना प्रभारी नेहा गोस्वामी ने उन्हें धक्का देकर मोबाइल फोन तोड़ने की कोशिश की। जब मोबाइल छीनने में वह सफल नहीं हुईं, तो उन्होंने यूनिफॉर्म के दम पर कार्रवाई करने की धमकी दी।
इतना ही नहीं, गोस्वामी ने पत्रकारों से सवाल किया, “किसने आपको कवरेज करने की इजाजत दी?” इस दौरान, सिविल कपड़ों में मौजूद कुछ नशे में धुत हमलावरों ने भी पत्रकारों से अभद्र भाषा में बात करते हुए मीडिया के चौथे स्तंभ का अपमान किया। पत्रकार राघवेंद्र राठौर को उनके काम में बाधा डाली गई।
इस घटना के विरोध में, भगवती मानव कल्याण संगठन और जिले के पत्रकारों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और थाना प्रभारी नेहा गोस्वामी को निलंबित करने की माँग की है।