एयर होस्टेस ने खोला फ्लाइट इंडस्ट्री का काला सच, अनसुने अनुभवों से किया पर्दाफाश

नई दिल्ली
आसमान में उड़ान भरना हमेशा से एक आकर्षक और ग्लैमरस अनुभव माना जाता है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इस चमक-दमक के पीछे क्या-क्या चुनौतियां छिपी होती हैं? हाल ही में, लंदन में रहने वाली एक पूर्व एयर होस्टेस, स्काई टेलर, ने अपनी 17 साल की करियर यात्रा के दौरान सामने आए कई गंभीर और चौंकाने वाले अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें कई यात्रियों के अजीब व्यवहार और तनावपूर्ण हालात का सामना करना पड़ा।

शराब के नशे में यात्रियों का बेकाबू होना
स्काई ने लॉस वेगास की फ्लाइट के बारे में एक दिलचस्प कहानी साझा की। उनके मुताबिक, "लॉस वेगास का नाम सुनते ही मुझे सिहरन होने लगती है। यहां के यात्रियों का शराब पीने का स्तर बहुत अधिक होता है, खासकर वीकेंड के दौरान।" इस फ्लाइट में, यात्रियों की बदतमीजी और गैर-जिम्मेदाराना हरकतें आम होती हैं। वह बताती हैं, "लोग टॉयलेट में वाइप्स का धुआं करते हैं, कैबिन क्रू से बदतमीजी करते हैं, चिल्लाते हैं, गाली-गलौज करते हैं, और कभी-कभी तो हाथापाई की कोशिश भी करते हैं। यह सब देखकर मुझे हर बार अंदर तक हिल जाती हूँ।"

स्काई ने बताया कि कुछ सेलेब्स और इंफ्लूएंसर्स विशेष रूप से सिरदर्द साबित होते हैं। "कुछ लोग खुद को बहुत बड़ा स्टार समझते हैं और क्रू से VIP ट्रीटमेंट की उम्मीद करते हैं," उन्होंने कहा। कई बार, ये इंफ्लूएंसर्स क्रू मेंबर से यह उम्मीद करते हैं कि उन्हें पहचाना जाए या उनके फैंस बनें। "एक बार, किसी ने मुझे कहा, 'मेरे एक लाख फॉलोअर्स हैं,' लेकिन फिर भी मेरी यहां कोई अहमियत नहीं थी," उन्होंने मजाक में कहा। इससे स्पष्ट होता है कि स्टारडम के पीछे भी वास्तविकता का एक कड़वा सच होता है।

केबिन क्रू की 'हॉट' पार्टियां
स्काई ने यह भी बताया कि जोहान्सबर्ग में केबिन क्रू के स्टॉपओवर्स पर अक्सर 'हॉट' पार्टियां होती थीं। उन्होंने कहा, "जोहान्सबर्ग में हर बार कुछ न कुछ गड़बड़ होती थी। शराब और ऑक्सीजन की कमी का असर वहां के माहौल में देखने को मिलता था।" इन पार्टियों में कई बार चीजें इतनी आगे बढ़ जाती थीं कि उन्हें वहां से निकलना पड़ता था। स्काई ने कहा, "मैंने कई बार देखा कि एयरहोस्टेस और पायलट के बीच कितनी करीबी हो जाती है। यह स्थिति कभी-कभी बहुत असहज हो जाती थी।"

 'ऑर्गी' का माहौल
एक और चौंकाने वाला अनुभव शेयर करते हुए, स्काई ने कहा कि स्टॉपओवर्स के माहौल को 'ऑर्गी' जैसा नहीं कह सकते, लेकिन यह उससे कम भी नहीं होता। "इन पार्टियों में एक अजीब किस्म का माहौल होता है, जहां लोग बिना किसी रोक-टोक के एक-दूसरे के साथ यौन संबंध बना सकते हैं।" उन्होंने कहा कि फ्लाइट का मैनेजर भी इस माहौल को और खराब करने में योगदान देता है। "ये सब देखकर मुझे हमेशा असहजता महसूस होती थी," उन्होंने कहा।

मानसिक स्वास्थ्य और दबाव
स्काई ने अपने करियर के दौरान मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर भी ध्यान दिया। "इन परिस्थितियों का मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव पड़ता है," उन्होंने कहा। लगातार तनाव और असुरक्षा का सामना करना एक एयर होस्टेस के लिए आसान नहीं होता। "कई बार, जब मैं फ्लाइट के बाद अकेली होती थी, तो मुझे उन अनुभवों के बारे में सोचकर बहुत दुख होता था," उन्होंने कहा।

इस तरह की कहानियों से यह स्पष्ट होता है कि एयर होस्टेस का काम जितना आसान और ग्लैमरस नजर आता है, असल में वह कई प्रकार की चुनौतियों से भरा होता है। यात्रियों के व्यवहार, पेशेवर संबंधों की जटिलताएं, और व्यक्तिगत सुरक्षा का ध्यान रखना—ये सब चीजें एयर होस्टेस के जीवन का हिस्सा हैं। स्काई की यह कहानी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि फ्लाइट इंडस्ट्री के पीछे क्या-क्या सच्चाइयाँ छिपी होती हैं।

इस प्रकार, एयर होस्टेस की जिंदगी केवल यात्रा करने या लोगों की सेवा करने तक सीमित नहीं होती; यह एक संघर्ष है, जो कई बार मानसिक और शारीरिक तनाव के साथ-साथ असुरक्षा भी लाता है। इस अनुभव ने यह साबित कर दिया है कि हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती।

 

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