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फर्जीवाड़े और भारी फीस वसूली पर एबीवीपी ने किया सेंट पॉल स्कूल का घेराव.

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ABVP protests St. Paul School Katni for fee hike, religious bias, and lack of transparency, demanding strict action.

ABVP Protest Against St. Paul School Katni Over Fee Hike and Alleged Fraud

ABVP workers protest at St. Paul School, Katni, highlighting fraud, religious bias, and unjustified fee hikes.

ABVP Gheraoed St. Paul School Over Fraud and Excessive Fee Collection.

Mohan Nayak, Special Correspondent, Katni, MP Samwad.

कटनी में सेंट पॉल स्कूल में फर्जीवाड़े, धार्मिक पक्षपात और भारी फीस वृद्धि के विरोध में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। परिषद ने ज्ञापन सौंपकर तुरंत सुधार की मांग की। चेतावनी दी गई कि यदि समस्याएं दूर नहीं हुईं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ABVP activists protested at St. Paul School in Katni against alleged fraud, religious bias, and unjustified fee hikes. They submitted a memorandum demanding immediate corrective actions. ABVP warned of legal steps if issues remain unresolved, emphasizing transparency, secularism, and relief for parents burdened by financial exploitation.

MP संवाद, कटनी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सेंट पॉल विद्यालय, कटनी में कथित अनियमितताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। परिषद ने विद्यालय प्रशासन को एक सख्त ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल सुधार की मांग की है। यह कदम अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों की शिकायतों के आधार पर उठाया गया है।

विद्यालय में धार्मिक पक्षपात के आरोप

जिला संयोजक ऋषभ त्रिपाठी ने बताया कि विद्यालय में बहुसंख्यक हिंदू छात्रों की उपस्थिति के बावजूद एक विशेष धर्म से जुड़ी गतिविधियाँ कराई जा रही हैं, जो धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का उल्लंघन है। परिषद ने इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।

फीस वृद्धि और पारदर्शिता पर सवाल

ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि हर वर्ष स्कूल फीस में अनावश्यक और अत्यधिक वृद्धि कर अभिभावकों पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। प्रवेश प्रक्रिया और शुल्क निर्धारण में भी पारदर्शिता का अभाव है, जिससे छात्रों और अभिभावकों में रोष है।

पाठ्यपुस्तकों की अनावश्यक बिक्री पर आपत्ति

एबीवीपी ने यह भी आरोप लगाया कि विद्यालय प्रबंधन छात्रों पर अनावश्यक पुस्तकें खरीदने का दबाव बना रहा है, जो शैक्षणिक व्यवसायीकरण को दर्शाता है। परिषद ने मांग की कि केवल पाठ्यक्रम से संबंधित पुस्तकें ही अनिवार्य की जाएं।

कार्यवाही न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी

त्रिपाठी ने चेतावनी दी कि यदि विद्यालय प्रशासन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो परिषद उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष कानूनी लड़ाई लड़ेगी।
इस दौरान सीमांत दुबे, संजय कुशवाहा, सृजन चौदहा, अवध पांडेय, प्रभात तिवारी, हर्ष तिवारी समेत अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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