12 KM पैदल चला ग़ुस्सा – आदिवासी छात्र बोले, बस अब बहुत हुआ!


12 KM Walk Fueled by Anger – Tribal Students Say, ‘Enough is Enough!
Special Correspondent, Ratlam, MP Samwad.
Fed up with poor hostel conditions, tribal students from Sailana walked 12 km to meet the collector. They raised serious concerns about unhygienic food, leaking roofs, and broken toilets. Their protest exposed the deep neglect in tribal student welfare and forced the administration to promise immediate action.
MP संवाद, रतलाम: जिले के सैलाना स्थित एकलव्य आदिवासी बालक छात्रावास की बदहाल व्यवस्था से परेशान छात्रों का सब्र आखिरकार टूट गया। मंगलवार सुबह, छात्रावास में रह रहे कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्र अव्यवस्थाओं के खिलाफ आवाज उठाते हुए कलेक्टर से मिलने के लिए पैदल ही रतलाम के लिए रवाना हो गए।
छात्र करीब 12 किलोमीटर दूर डेलनपुर तक बिना रुके पैदल चले, जहाँ कलेक्टर राजेश बाथम की नजर उन पर पड़ी। उन्होंने तुरंत सड़क किनारे बच्चों से संवाद किया, उनकी शिकायतें सुनीं और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
छात्रों की प्रमुख शिकायतें:
- भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब
- शौचालय की स्थिति अत्यंत दयनीय
- छतों से पानी टपकता है
- घटिया गुणवत्ता की गणवेश, केवल एक जोड़ी
- छात्रावास की समग्र व्यवस्था बेहद लचर
प्रशासन ने रोकने की कोशिश की, छात्र नहीं माने
पदयात्रा की जानकारी मिलते ही एसडीएम मनीष जैन, एसडीओपी नीलम बघेल, और आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त रंजना सिंह बच्चों को रोकने रवाना हुए। हालांकि छात्र अपनी मांगों पर अडिग रहे और रतलाम तक पैदल जाने की ज़िद करते रहे।
कलेक्टर ने आधे घंटे तक की बातचीत, दिए तत्काल निर्देश
डेलनपुर के पास कलेक्टर बाथम ने बच्चों से करीब 30 मिनट तक चर्चा की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि—
- दो दिन में एडीएम के नेतृत्व में जांच समिति गठित होगी
- छात्रावास की व्यवस्था की समीक्षा और सुधार किए जाएंगे
- भविष्य में गणवेश और सामग्री की खरीद छात्र समिति की निगरानी में होगी
बातचीत के बाद कलेक्टर ने बच्चों के लिए बस और नाश्ते की व्यवस्था कराई और उन्हें वापस छात्रावास भेजा।