ओलावृष्टि के सर्वेक्षण व राजस्व मामलों के निबटारे के लिए प्रदेश भर में 10 मार्च तक चलेगा महाअभियान

A mega campaign will run across the state till March 10 to survey hailstorm and settle revenue matters.

  • फसलों की क्षति की भरपाई व किसानों को राहत के लिए जिलों में प्रक्रिया शुरू हुआ
  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ओलावृष्टि से फसलों को हुई समीक्षा में दिए निर्देश

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हाल ही में कुछ जिलों में हुई ओलावृष्टि के दृष्टिगत सर्वेक्षण सहित प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए। उन्होंने सर्वेक्षण अभियान की अवधि 10 मार्च तक बढ़ाने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को प्रदेश के करीब 38 से 40 जिलों में ओलावृष्टि व भारी बारिश से फसलों को हुई क्षति के साथ ही साथ राजस्व विभाग के लंबित मामलों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव राजस्व और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। समीक्षा में जानकारी दी गई कि प्रभावित जिलों में सर्वे शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 जनवरी से शुरू किए गए राजस्व महाअभियान को 29 फरवरी तक संचालित करने के निर्देश दिए गए थे। अभियान में अब तक 1.65 लाख प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। कुल 2.5 लाख नए प्रकरणों को दर्ज किया गया था। इसके साथ ही दो लाख 14 हजार समय सीमा पार वाले लंबित प्रकरणों का निराकरण भी किया गया है। अभियान से आमजन को काफी राहत मिली है।

राजस्व महाअभियान का आयोजन 15 जनवरी से शुरू हुआ था

समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव राजस्व ने बताया कि राजस्व विभाग की ओर से समय सीमा पर लंबित राजस्व प्रकरणों (नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, अभिलेख, दुरूस्ती, नक्शे पर तरमीम) के निराकरण के लिए राजस्व महाअभियान का आयोजन 15 जनवरी से शुरू िया गया था, जो जारी है। अभियान के लिए राजस्व विभाग ने समस्त जिलों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। सभी जिला कलेक्टर की निगरानी में चिन्हित गतिविधियों को संबंधित तहसीलदार एवं पटवारियों की ओर से पूर्ण करने का कार्य किया गया है। राज्य स्तर के साथ ही जिला स्तर और तहसील स्तर पर भी प्रतिदिन प्रकरणों के निराकरण की मॉनीटरिंग का कार्य किया जा रहा है।

असामयिक वर्षा, ओला वृष्टि से हुई फसल क्षति का सर्वे समय सीमा में करने के निर्देश
भोपाल। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि 26 एवं 27 फरवरी को हुई असामयिक वर्षा, ओला वृष्टि से हुई फसल क्षति का सर्वेक्षण समय सीमा में करें। उन्होंने कहा है कि सर्वेक्षण संवेदनशीलता के साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि जबलपुर, शहडोल, ग्वालियर एवं नर्मदापुरम संभाग के सभी जिलों, रीवा संभाग के कुछ जिलों और सागर, दमोह, खण्डवा, इंदौर, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सतना, बड़वानी, पन्ना, भोपाल, विदिशा, रायसेन, खरगोन, सिंगरौली एवं सीधी जिलों में असामयिक वर्षा हुई है। पूर्व में 11 से 14 फरवरी 2024 के मध्य हुई असामयिक वर्षा एवं ओलावृष्टि से प्रभावित 8 जिलों में सर्वे के बाद 25 तहसीलों के 196 गांवों के 16 हजार 481 किसानों को 17 करोड़ 81 लाख रुपए की राहत राशि वितरित करने की कार्रवाई की जा रही है।

सरकार किसानों के साथ हर कदम पर खड़ी है- कृषि मंत्री कंषाना
भोपाल। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने कहा कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा किसानों को मिलेगा। किसानों के साथ सरकार हर कदम पर खड़ी है। कृषि मंत्री कंषाना ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ओलावृष्टि से हुए नुकसान के सर्वे के निर्देश दे दिए हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि किसान चिंता ना करें। क्षतिग्रस्त हुई फसलों का सर्वे किया जा रहा है। नुकसान की भरपाई सरकार करेगी

राज्यमंत्री टेटवाल ने अतिवृष्टि एवं ओला प्रभावित क्षेत्रों का किया भ्रमण
भोपाल। तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल ने सारंगपुर एवं नरसिंहगढ़ क्षेत्र में अतिवृष्टि एवं ओला प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर शीघ्रता से सर्वे करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। नरसिंहगढ विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहन शर्मा और कलेक्टर हर्ष दीक्षित भी उनके साथ थे। नुकसानी का निरीक्षण करने के बाद टेटवाल ने अधिकारियों से कहा कि ओलावृष्टि एवं अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों की फसलों का सर्वे गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ किया जाए।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *