हज यात्रियों के लिए बुरी खबर: हज यात्रा करने के लिए देनी होगी अब मोटी रकम


Bad news for Haj pilgrims: Now you will have to pay huge amount for Haj pilgrimage

Haj Yatra: Bad news for Haj pilgrims हज यात्रा पर जाने वालों अकीदतमंदों में इंदौर सबसे आगे हैं तो वहीं डिंडौरी से सबसे कम केवल 3 लोगों का चुनाव हुआ। वहीं भोपाल दूसरे, उज्जैन तीसरे और देवास और धार चौथे और पांचवें नंबर पर है।

चुने गए यात्रियों को पहली किस्त के रूप में एक लाख 30 हजार 300 रुपए जमा कराना है। बता दें कि इस बार Bad news for Haj pilgrims हजयात्रा के लिए पहली किस्त के रूप में लिया जाने वाला शुल्क पिछले साल के मुकाबले 50 हजार रुपए ज्यादा है।

Read More : https://saharasamachaar.com/chairmanship-of-chief-secretary/

एमपी से 7101 लोगों का चयन


मध्य प्रदेश से हजयात्रा पर जाने 7101 लोगों का चुनाव हुआ। यात्रा पर जाने जिन जिलों से सबसे कम यात्री चुने गए उनमें डिडौंरी काम नाम सबसे ऊपर है। यहां से तीन लोग चुने गए। वहीं पन्ना से केवल 4 लोगों का यात्रा के लिए चयन हुआ है। इसके अलावा 8 लोग भिंड और 12 लोग कटनी से यात्रा पर जाएंगे।

Bad news for Haj pilgrims: Now you will have to pay huge amount for Haj pilgrimage


21 अक्टूबर लास्ट डेट


Bad news for Haj pilgrims : सेंट्रल हज कमेटी ने पहली किस्त के रूप में हर यात्री से 1 लाख 30 हजार 300 रुपए जमा करने के निर्देश दिए हैं। इसे जमा करने के लिए 21 अक्टूबर अंतिम तारीख है। पेमेंट ऑफ लाइन भी जमा करा सकते हैं।

हज समिति द्वारा धार्मिक तीर्थयात्राओं के आयोजन की परंपरा 1927 से चली आ रही है। समिति ने समुद्री मार्ग से तीर्थयात्राओं का आयोजन किया और इसका नेतृत्व बॉम्बे के पुलिस आयुक्त डी. हीली ने किया। समिति की पहली बैठक 14 अप्रैल 1927 को हुई थी। 2002 के हज समिति अधिनियम से पहले , समिति को कानूनी मान्यता देने का पहला प्रयास अंग्रेजों द्वारा किया गया था, जिन्होंने 1932 में पोर्ट हज समिति अधिनियम पारित किया था और बाद में 1959 में, जब जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व वाली सरकार ने हज समिति अधिनियम पारित किया था ।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *