A new revelation in nursing college fraud, 13 nursing colleges were not found at their listed addresses.
दिनेश राज शर्मा की रिपोर्ट
भोपाल- मध्य प्रदेश नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़ा मामले में एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं |
अब मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है प्रदेश के 13 कॉलेज में नर्सिंग काउंसिल द्वारा मार्कशीट भेजी गई थी। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि इसे लेने वाला कोई नहीं मिला। जबकि इनमे से अधिकतर कॉलेज सूटेबल लिस्ट में शामिल है जिसमें एस.आर. नर्सिंग कालेज होशंगाबाद ,
अमलतास नर्सिंग कॉलेज देवास ,
संजीवनी नर्सिंग कॉलेज बड़वानी सूटेबल लिस्ट में शामिल हैं ।
एनएसयूआई मेडिकल विंग के रवि परमार ने बताया कि जी.एन.एम फर्स्ट ईयर की मार्कशीट नर्सिंग काउंसिल द्वारा स्पीड पोस्टकार्ड से भेजी गई थी। लेकिन 13 कॉलेजों में कोई जिम्मेदार अधिकारी मिले ही नहीं। जिसके बाद मार्कशीट वापस नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल भोपाल आई। नर्सिंग काउंसिल की तरफ से कॉलेज के जिम्मेदारों को निर्देश देते हुए जल्द से जल्द भोपाल आकर मार्कशीट कलेक्ट करने को कहा गया है।
रवि परमार ने मार्कशीट कलेक्ट नहीं करने के बाद कई तरह के सवाल खड़े किए हैं क्या नर्सिंग कॉलेज सिर्फ कागजों में ही संचालित हो रहा है ? ऐसा इसलिए क्योंकि नर्सिंग काउंसिल में लिखे कॉलेज के पते पर कोई अधिकारी मिला ही नहीं। लिहाजा मार्कशीट वापस भोपाल आ गई है या सीबीआई जांच के डर से नर्सिंग कालेजों ने अपने पते बदल दिए हैं जिसकी जानकारी नर्सिंग काउंसिल को भी नहीं दी गई ।