Vegetables moving away from the plate; Tomato crossed 90, there is an outcry among the people, the prices are likely to increase further.
टमाटर के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले दस दिनों में टमाटर के भाव 60 रुपये से ऊपर बढ़ चुके हैं। माना जा रहा है कि महिने के अंत तक यह 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकता है। इसकी वजह टमाटरों की फसल की कमी बताई जा रही है।
भोपाल ! प्याज और आलू के महंगे होने के बाद अब टमाटर पर भी महंगाई की सुर्खी चढ़ती नजर आ रही है। खेरची बाजार में टमाटर के दाम 80 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं। 10-12 दिन पहले तक टमाटर इससे आधे दामों पर बिक रहा था। थोक मंडी में ही टमाटर के भाव 50 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच चुके हैं।
आसार जताए जा रहे हैं कि जुलाई खत्म होते-होते टमाटर के दाम 100 रुपये किलो तक पहुंच सकते हैं। इंदौर की थोक सब्जी मंडी सोमवार के अवकाश के बाद मंगलवार को खुली। इससे टमाटर की आवक तो बढ़ी लेकिन दामों में कोई नरमी नहीं दिखी।
थोक कारोबारी फहीम यूसुफ के अनुसार अच्छे क्वालिटी का टमाटर 1100 से 1200 रुपये क्रेट के दाम पर बिका। दरअसल मौसम में बदलाव और बरसात शुरू होने के साथ ही स्थानीय खेतों में टमाटर की फसल समाप्त हो गई है। ऐसे में स्थानीय उपज बमुश्किल आ रही है।
महाराष्ट्र की ओर से भी टमाटर बहुत थोड़ा थोक मंडी में आ रहा है। अभी जो टमाटर की आपूर्ति इंदौर की थोक मंडी में हो रही है, वह ज्यादातर राजस्थान की ओर से हो रही है। आने वाले टमाटर का छिलका पतला होता है। ऐसे में वह जल्दी खराब हो जाता है। लिहाजा अच्छे टमाटरों की कमी के कारण भी भाव बढ़ने लगे हैं।
एक-डेढ़ महीने तक दामों का उछाल करेगा परेशान
थोक कारोबारी कह रहे हैं कि टमाटर के दाम देशभर की तमाम मंडियों में बढ़ने लगे हैं। एक सप्ताह में आवक बढ़ेगी, ऐसे में एक बार दाम थोड़े नरम पड़ सकते हैं, लेकिन जुलाई के अंत: तक बाहर से आ रहा टमाटर भी सिमट जाएगा। ऐसे में पूरी आशंका है कि दाम मौजूदा स्तर से दोगुने तक पहुंच सकते हैं। प्याज-आलू के बाद टमाटर के दाम बढ़ने से लोगों को झटका लग सकता है। कम से कम एक-डेढ़ महीने तक टमाटर के दामों का उछाल आम उपभोक्ताओं को परेशान करेगा। अगस्त के बाद ही अच्छे और स्थानीय टमाटर की आवक शुरू होगी, इसके बाद ही दामों में राहत मिल सकती है।