There is less employment available from government schemes, hence there is a huge gathering of workers going out to work at the station.
कटनी। मुड़वारा रेलवे स्टेशन में हजारों की संख्या में श्रमिक कटनी सहित सतना, मैहर, उमरिया, शहडोल व पन्ना जिला से पहुंचे है। उमरिया जिले के अमरपुर निवासी श्रमिक रामबकस आदिवासी बताते है कि गांव में इन दिनों रोजगार नहीं मिल रहा है। रोजगार मिलता है तो 150 से 200 रुपए मजदूरी मिलती है। ऐसे में परिवार का भरण-पोषण मुश्किल से हो पाता है। मजबूरीवश घरों में ताला बंद कर काम की तलाश में जा रहे है। इन मजदूरों के साथ उनका परिवार भी है, जिनमें छोटे-बड़े बच्चे और घर के बड़े-बुजुर्ग शामिल है। मजदूर फूलचंद कोल बताते है कि बड़ों को काम मिल जाता है इसलिए सभी जा रहे है। सतना के ग्राम रतवार निवासी कौशल्य कोल ने कहा कि बच्चे किसके भरोसे घर में रहेंगे, इसलिए इनको भी लेकर जाते है। कई मजदूरों के बच्चे स्कूलों में पढ़ते भी है लेकिन शिक्षा से ज्यादा रोजी-रोटी की मजबूरी पढ़ाई में आड़े आ रही है। पन्ना जिले के शाहनगर की श्रमिक आरती ने बताया
फसलों की कटाई के लिए जा रहे
जानकारी के अनुसार हजारों की संख्या में ये मजदूर सागर, खुरई, बीना आदि क्षेत्र में जाकर फसलों की कटाई करने के लिए पहुंचते हैं। दो माह तक यहां पर फसलों की कटाई करके भरण पोषण के लिए राशि जुटाते हैं। 2 महीने के बाद धान की कटाई कर अपने-अपने गांव मजदूर आ जाते हैं। यह सिलसिला गेहूं की कटाई के समय भी होता है।
गांव में 150, बाहर 350 रुपए मजदूरी
मैहर जिले के झुकेही निवासी श्रमिक राजेन्द्र कोल ने बताया कि गांव में सरकारी योजना में रोजगार नहीं मिलता। बारिश में अधिकांश काम बंद पड़े है। आसपास काम पर भी जाएं तो 150 से 200 रुपए मिलता है लेकिन कटाई के काम में 350 रुपए प्रतिदिन मिल जाता है। पूरे महीने काम मिलता है, जिससे कुछ पैसा बचत में भी जमा रहता है। पत्नी और बच्चों को साथ लेकर जाते है, जिससे परिवार की चिंता नहीं रहती।