The Collector reviewed the Health and Women & Child Development departments, stating that negligence will not be tolerated; notice issued to Reethi BMO.
Special Correspondent, Katni, Madhya Pradesh.
कटनी। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान दोनों विभागों के मैदानी अमले के बीच आपसी समन्वय बेहतर करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि गर्भवती माताओं की पहचान और उनकी नियमानुसार 4 ए एन सी जांच, नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और देखभाल करके ही गर्भवती माताओं को हाई रिस्क श्रेणी में आने से बचाया जा सकता है। कलेक्टर ने बैठक में रीठी बी एम ओ की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ शिशिर गेमावत सहित सी एम एच ओ डाक्टर आर के अठया, सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा और जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह, ढीमरखेड़ा बी एम ओ डा बी के प्रसाद सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
पूरे 9 माह करें देखभाल
कलेक्टर श्री यादव ने महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को दो टूक शब्दों में हिदायत दी कि दोनों विभाग के मैदानी कर्मचारी आशा कार्यकर्ता और ए एन एम संयुक्त रुप से गर्भवती महिलाओं की पूरे 9 माह निगरानी करें। कलेक्टर ने कहा कि जिले में हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की संख्या में कमी लाने के लिए यह आवश्यक है कि दोनों विभागों का मैदानी अमला अपने कार्य क्षेत्र के हर गर्भवती महिलाओं के सतत् संपर्क में रहें, उन्हें ख़ान -पान , आयरन की गोलियों के सेवन और उनके नियमित स्वास्थ्य परीक्षण का दायित्व निभायें। कलेक्टर श्री यादव ने दोनों विभागों के गर्भवती महिलाओं के आंकड़ों में भिन्नता पर गहन नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि दोनों विभागों के अप्रैल 2024 से अक्टूबर 2024 तक दर्ज किए गए गर्भवती महिलाओं के आंकड़ों का मिलान किया जाए और जिला पंचायत सीईओ शिशिर गेमावत के समक्ष परीक्षण हेतु प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।