शौर्य चक्र और शहादत को चिरस्मरणीय बनाने के लिए, प्रतिमा अनावरण से पूर्व शहीद स्मारक पर किया जाएगा श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन।
To make the Shaurya Chakra and sacrifice eternally memorable, a Shrimad Bhagwat Katha will be organized at the martyr's memorial before the unveiling of the statue.