

PHE department’s Naljal scheme brings life-changing water access to the mountain villages of Dindori.
The PHE department has brought the flow of life to the mountains: The Naljal scheme has transformed the image of these villages in Dindori.
Special Correspondent, Dindori, MP Samwad.
PHE विभाग की पहल ने डिंडौरी के पहाड़ी गांवों की तस्वीर बदल दी, नलजल योजना के माध्यम से स्वच्छ पानी की सुविधा दी।
The PHE department’s initiative has transformed Dindori’s mountain villages, providing access to clean water through the Naljal scheme, improving life quality.
MP संवाद, डिंडौरी। जहाँ एक ओर जिले के कई गाँव भीषण जलसंकट से जूझ रहे हैं, वहीं शहपुरा तहसील के पथरकटा और सचौली गाँवों में नलजल योजना ने जीवन की धारा बहा दी है।
पथरकटा गाँव: पहाड़ों पर बहती जलधारा
- 300 फीट ऊँचाई पर बसा गाँव, जहाँ 55 परिवारों को अब घर-घर शुद्ध पानी
- पहले स्थिति:
- एकमात्र कुएँ की तलहटी से जोखिम भरा पानी लेना
- 2 किमी दूर से पानी ढोकर लाना
- अब स्थिति:
- नलजल योजना से 24×7 पानी की आपूर्ति
- ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी
ग्रामीणों की आवाज़:
“पहले पानी के लिए तरसते थे, अब नल खोलते ही मिल जाता है। पर मेंटेनेंस की जिम्मेदारी पंचायत नहीं ले रही, इससे परेशानी होती है।”
चुनौतियाँ अभी भी बाकी
- ग्रामीणों को स्वयं चंदा इकट्ठा करना पड़ता है:
- बिजली बिल भरने के लिए
- ऑपरेटर का वेतन देने के लिए
अधिकारियों का पक्ष
पीएचई विभाग के एसडीओ गगन कुम्हरे ने बताया:
“इन गाँवों में पानी का कोई प्राकृतिक स्रोत नहीं था। हैंडपंप भी असफल रहे। नलजल योजना की स्वीकृति मिलने के बाद ही समस्या का स्थायी समाधान हो पाया।”
सचौली गाँव की कहानी
- पथरकटा की तरह ही इस गाँव में भी जलसंकट का अंत
- ग्रामीण अब स्वच्छ पानी से अपने बच्चों का भविष्य संवार रहे
नलजल योजना: एक नजर में
✔️ 24×7 शुद्ध पेयजल की आपूर्ति
✔️ महिलाओं को मिली राहत
✔️ बच्चों की पढ़ाई पर सकारात्मक प्रभाव
✖️ मेंटेनेंस व्यवस्था पर सवाल