फर्जी जाति प्रमाणपत्र से सरकारी नौकरी! STF की कार्रवाई में 25 कर्मचारी बेनकाब.


Government Jobs Secured Using Fake Caste Certificates! 25 Employees Exposed in STF Action.
Special Correspondent, Bhopal, MP Samwad.
In Madhya Pradesh, STF identified 25 government employees who secured jobs using fake caste certificates. The scam includes posts like teachers, engineers, and doctors. Six FIRs have been filed, and 19 more are under scrutiny. An organized gang is suspected to be behind the fake documentation process.
MP संवाद,भोपाल/मध्यप्रदेश। प्रदेश में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर शासकीय नौकरी प्राप्त करने वाले कर्मचारियों का बड़ा खुलासा हुआ है। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को एक गोपनीय सूचना मिली थी, जिसकी जांच के बाद अब तक 25 ऐसे शासकीय सेवकों की पहचान की जा चुकी है, जिन्होंने फर्जी प्रमाणपत्रों के जरिए शिक्षक, इंजीनियर, डॉक्टर, क्लर्क, वेब डेवलपर जैसे पदों पर नौकरी पाई है।
🔍 जांच में क्या सामने आया?
STF की जांच में सामने आया है कि एक संगठित गिरोह फर्जी जातीय दस्तावेज बनवाकर युवाओं को सरकारी नौकरियों में भर्ती कराता था। इन लोगों ने अपनी वास्तविक जाति को छिपाकर अनुसूचित जाति (SC) का फर्जी प्रमाणपत्र तैयार कराया और भर्ती प्रक्रिया में शामिल होकर शासकीय सेवा में चयनित हो गए।
फिलहाल, STF ने 6 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है, जिनमें सीताराम, जवाहर सिंह, सरला मांझी, कुसुम मांझी, राजेश कुमार, सुनीता रावत के नाम शामिल हैं। इसके अलावा 19 अज्ञात व्यक्तियों की भी पहचान की गई है, जिनके खिलाफ जांच जारी है।
🧾 अधिकारियों की प्रतिक्रिया
एसटीएफ डीएसपी संजीव तिवारी ने बताया कि अब तक 25 लोगों की पहचान की गई है, जिनमें से 6 पर अपराध पंजीबद्ध किया गया है और शेष 19 पर कार्रवाई प्रस्तावित है। फर्जी प्रमाणपत्रों से सूबेदार, डॉक्टर, असिस्टेंट इंजीनियर जैसे पद हासिल किए गए हैं।
इस नेटवर्क के तहत जाति प्रमाण पत्र जारी करने वाले अधिकारियों को नोटिस भेजे गए हैं। दस्तावेजों की गहन जांच जारी है और कई स्तरों पर प्रक्रिया में संलिप्त अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।